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उमस भरी गर्मी में मरीजों की संख्या बढ़ी

कैमूर । वर्षा के बाद धूप से दो दिनों से उमस भरी गर्मी होने से सदर अस्पताल में मरीजों की संख्या

By JagranEdited By: Published: Thu, 20 Jul 2017 03:08 AM (IST)Updated: Thu, 20 Jul 2017 03:08 AM (IST)
उमस भरी गर्मी में मरीजों की संख्या बढ़ी
उमस भरी गर्मी में मरीजों की संख्या बढ़ी

कैमूर । वर्षा के बाद धूप से दो दिनों से उमस भरी गर्मी होने से सदर अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ गई है। ओपीडी के चिकित्सकों के अनुसार औसतन प्रतिदिन तीन से चार सौ तक की संख्या में मरीज इलाज कराने आ रहे है। अधिकांश मरीज खांसी, बुखार, डायरिया व पेट दर्द के सामने आ रहे हैं।

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दवा की उपलब्धता- जिले के प्राथमिक स्वास्थ केंद्रो की तो दूर सदर अस्पताल में भी पर्याप्त मात्रा में दवा उपलब्ध नहीं है। अस्पताल प्रशासन के दावा को ही सही मान लिया जाए तो इनडोर में 112 की जगह मात्र 75 दवाएं है। वही आउटडोर में 33 की जगह 27 दवांए हैं । लेकिन हकीकत में यह सिर्फ आंकड़ो का खेल है। उदाहरण स्वरूप अस्पताल के महिला वार्ड में भर्ती डारीडीह निवासी सत्येंद्र ¨बद की पत्नी उषा देवी ने बताया कि छह सौ रूपये की दवा बाहर से खरीद कर लानी पड़ी है।

चिकित्सकों की स्थिति

जिले में कुल चिकित्सक के158 पद स्वीकृत हैं। इसकी तुलना में74 चिकित्सक कार्यरत हैं। ऐसे में स्वयं अंदाजा लगाया जा सकता कि जिले की चिकित्सा व्यवस्था कितनी चुस्त होगी।

अस्पताल में जांच की स्थिति

जिले के विभिन्न प्रखंडों में स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में आने वाले मरीजों के खून के माध्यम से होने वाली जांच की व्यवस्था की चर्चा न भी की जाए तो सदर अस्पताल मे भी जांच की हालत बदतर है। एक तकनीशियन के सहारे किसी तरह काम चलाया जा रहा है। औसतन 50 से 60 मरीज प्रतिदिन जांच कराने आते है। जांच कर्मी अकेले होने से सुबह आठ से 12बजे तक जांच पर्चा जमा करता है तत्पश्चात दो बजे तक जांच कर मरीजों को रिपोर्ट उपलब्ध कराता है। 12 बजे के बाद जांच के लिए मरीज के आने पर उसे लौटा दिया जाता है। केमिकल के अभाव मे टायफायड की जांच नहीं हो पा रही है। जिला स्वास्थ समिति के सदस्य सुरेश ¨सह ने केमिकल उपलब्ध कराने की मांग की है।

सर्पदंश के इंजेक्शन की उपलब्धता

जिला मुख्यालय के सदर अस्पताल में ही सर्पदंश का इलाज होता है। अस्पताल प्रबंधक की माने तो सर्पदंश का इंजेक्शन स्टाक में उपलब्ध है। माह जून से अब तक मात्र आठ रोगी को यह दिया गया है।

क्या कहते हैं अधिकारी

इस संबंध में पूछे जाने पर एसीएमओ सह प्रभारी सीएस रामानंद ¨सह ने बताया कि अस्पताल की स्थित से वरिय पदाधिकारियों को अवगत करा दिया गया है।


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