झमाझम बारिश से धान की फसल को मिली संजीवनी
प्रखंड क्षेत्र में बीते शुक्रवार को हुई झमाझम बारिश से धान की फसल को संजीवनी मिल गई है। पानी की आस लगाए किसानों को इस बारिश से बड़ी राहत मिली है। जिसके चलते किसानों के चेहरे खिल उठे हैं।
कैमूर । प्रखंड क्षेत्र में बीते शुक्रवार को हुई झमाझम बारिश से धान की फसल को संजीवनी मिल गई है। पानी की आस लगाए किसानों को इस बारिश से बड़ी राहत मिली है। जिसके चलते किसानों के चेहरे खिल उठे हैं। वैसे तो यह उत्तरा नक्षत्र है। कहावत के अनुसार इस नक्षत्र का पानी खारा होता है। जिसको परंपरा के अनुसार खेत से उतारा जाता है। इस पानी को खेती के उपयोगी लायक नहीं माना जाता। लेकिन यहां तो उत्तरा नक्षत्र के शुरू होते ही जमकर बरसने से यह उक्ति उलटा हो गई है। पानी की आस में टकटकी लगाए किसानों को इस बारिश से बड़ी राहत मिली है। साथ ही लोगों को गर्मी से भी राहत मिली है। जमुरना के किसान सच्चिदानंद सिंह, बबलू सिंह तथा लबेदहां के धनंजय सिंह व आनंद सिंह ने बताया कि दो वर्ष से उत्तरा नक्षत्र ही किसानों के लिए वरदान साबित हो रही है। पूरा बरसात का समय निकलने को है नदी कभी भरी नहीं। धान के पौधे को पानी की दरकार थी। जिसको उत्तरा नक्षत्र की बारिश ने ही पुरा कर दिया। उमस भरी गर्मी से चौतरफा किसान से लेकर आम जन प्रकृति का मार झेल रहे थे। ऐसे वक्त पर इस नक्षत्र की बारिश किसानों की फसल के लिए संजीवनी बन गई है। किसान काफी खुशहाल नजर आने लगे हैं। इधर गर्मी से भी लोगों को निजात मिल गई है। इस बारिश से हर क्षेत्र में फायदा होने की बात बताई जा रही है।