मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्य में राजनीतिक दल करें सहयोग : आयुक्त
वीसी में राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि हुए शामिल जासं भभुआ भारत निर्वाचन आयोग मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत जिले के चारों विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं का नाम हटाने जोड़ने मतदान केंद्रों के संशोधन जैसे महत्वपूर्ण कार्य के लिए 15 जनवरी की तिथि निर्धारित की है। मंगलवार को पट
भारत निर्वाचन आयोग मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत जिले के चारों विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं का नाम हटाने जोड़ने, मतदान केंद्रों के संशोधन जैसे महत्वपूर्ण कार्य के लिए 15 जनवरी की तिथि निर्धारित की है। मंगलवार को पटना प्रमंडल के आयुक्त सह मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्यक्रम के प्रेक्षक संजय अग्रवाल ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के माध्यम से जिले के राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों और पदाधिकारियों के साथ मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्यों की समीक्षा की। समीक्षा के दौरान आयुक्त ने सभी राजनीतिक दलों से अपील करते हुए कहा कि मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्य में मतदाताओं के नाम जोड़ने, गलत नामों को हटाने, दूरी वाले मतदाताओं को एक जगह पर नाम रखने सहित अन्य कार्यों में सहयोग करने की अपील की। उन्होंने कहा कि राजनीतिक दलों के सहयोग से मतदाता सूची पुनरीक्षण का कार्य संभव हो सकेगा। वीडियो कॉन्फ्रेंसिग में जिलाधिकारी सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी डॉ नवल किशोर चौधरी, उप जिला निर्वाचन पदाधिकारी राजीव कुमार रंजन के अलावा राजद के भोलानाथ यादव, कांग्रेस, लोजपा सहित अन्य राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि मौजूद थे। वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के संबंध में जानकारी देते हुए जिला उप निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि आयुक्त ने मतदाता सूची पुनरीक्षण के तहत अब तक किए गए कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने दोहरी प्रविष्टि वाले मतदाताओं को एक जगह ही मतदाता सूची में नाम प्रविष्टि कराने के संबंध में जागरूक करने की बात कही। इसके लिए प्रचार प्रसार कराए जाने पर भी बल दिया। जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि वीडियो कॉन्फ्रेंसिग में मतदाता सूची सहित विभिन्न महत्वपूर्ण बिदुओं की एक-एक कर समीक्षा की तथा कई आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए। उन्होंने बताया कि जिले में 16 दिसंबर से 15 जनवरी 2020 तक जिले के चारों विधानसभा क्षेत्र में मतदाता सूची पुनरीक्षण का कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इस दौरान मृत मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से विलोपित किए जाएंगे। नए मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में अंकित होंगे। साथ ही गलत मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से हटाए जाएंगे।