जीटी रोड पर नहीं रुक रहा ओवरलो¨डग का खेल
जिला प्रशासन की सख्ती के बावजूद जीटी रोड पर ओवरलो¨डग का खेल नहीं रुक रहा है। इस खेल में परिवहन विभाग के पदाधिकारी फेल नजर आ रहे हैं। शाम ढलते ही जीटी रोड पर मोहनियां से लेकर चेक पोस्ट तक ओवरलोडेड बालू के ट्रकों की लंबी कतार लग जाती है। इनकी संख्या सैकड़ों में होती है। इस खेल में शामिल माफिया व कारोबारी अपनी गोटी सेट करने में लग जाते हैं।
जिला प्रशासन की सख्ती के बावजूद जीटी रोड पर ओवरलो¨डग का खेल नहीं रुक रहा है। इस खेल में परिवहन विभाग के पदाधिकारी फेल नजर आ रहे हैं। शाम ढलते ही जीटी रोड पर मोहनियां से लेकर चेक पोस्ट तक ओवरलोडेड बालू के ट्रकों की लंबी कतार लग जाती है। इनकी संख्या सैकड़ों में होती है। इस खेल में शामिल माफिया व कारोबारी अपनी गोटी सेट करने में लग जाते हैं। चेक पोस्ट पर तैनात पदाधिकारियों के नजर के सामने से ओवरलोडेड ट्रक निकल जाते हैं। ऐसे में बड़ा सवाल खड़ा होता है कि आखिर किसके भय से शाम ढलते ही जीटी रोड पर बालू लदे ट्रकों की लंबी कतार लग जाती है। अगर इनके कागजात सही हैं, ट्रकों पर निर्धारित क्षमता से अधिक बालू नहीं लदा है तो फिर ट्रक सड़क पर खड़े क्यों हो जाते हैं। जीटी रोड पर स्थित कोई भी ऐसा लाइन होटल नहीं है जिस पर 10- 15 बालू लदे ट्रक खड़े न रहते हों। रात भर यह खेल जीटी रोड पर चलता है। शाम ढलते ही जगह-जगह ओवरलोडेड के खेल में शामिल इंट्री माफिया बालू के ट्रकों को चेक पोस्ट पार कराने को तत्पर हो जाते हैं।रात के अंधेरे में दर्जनों की संख्या में इन्हें जीटी रोड पर खड़े ट्रकों के समीप देखा जा सकता है।इस खेल में शामिल कारोबारी परिवहन विभाग को खुली चुनौती देते हैं।
डीएम तक पहुंच चुका है मामला -
चार माह पूर्व कैमूर के तत्कालीन डीटीओ भरत भूषण ने जीटी रोड पर खड़े कई दर्जन बालू लदे ट्रकों के टायरों की हवा निकलवाया था।अंधेरा होते ही ट्रकों के चालक दूसरा टायर लगा कर चेकपोस्ट पार कर गए। तब इंट्री कारोबारियों ने परिवहन विभाग के सख्ती की ही हवा निकाल दी थी। गत माह 31 अक्टूबर की रात इंट्री माफियाओं ने प्रशासन को चुनौती देने की कोशिश की थी। जिसकी सूचना डीएम डा. नवलकिशोर चौधरी को मिली। उन्होंने कड़ा रुख अख्तियार करते हुए मोहनियां के एसडीएम शिवकुमार राउत, प्रभारी डीटीओ सह मोहनियां के डीसीएलआर नुरुल ऐन, डीएसपी रघुनाथ ¨सह को ओवरलो¨डग के खिलाफ सघन अभियान चलाकर जुर्माना वसूलने का निर्देश दिया। सभी पदाधिकारी एक नवंबर को पूरे दिन कार्रवाई में जुटे रहे। तब दो दिन में जीटी रोड पर खड़े ओवरलोडेड ट्रकों के चालकों से करीब 44 लाख रुपये बतौर जुरमाना वसूला गया था। इस कार्रवाई से ओवरलो¨डग के खेल में शामिल कारोबारियों में हड़कंप मच गया था। एसपी के निर्देश पर मोहनियां थाना पुलिस भी लगातार ओवरलोडेड ट्रकों को पकड़कर परिवहन विभाग को सौंप रही है। इसके बावजूद परिवहन विभाग के इन्फोर्समेंट अफसरों की मेहरबानी से सैकड़ों की संख्या बालू के ओवरलोडेड ट्रक चेकपोस्ट पार करने में सफल हो जा रहे हैं। दिन भर जीटी रोड पर बहुत कम संख्या में बालू लदे ट्रक चलते दिखाई देते हैं। दिन में वैसे ही ट्रक निकलते हैं जिन पर सरकारी तौर पर निर्धारित क्षमता के मुताबिक बालू लदे होते हैं। शाम ढलते ही ओवरलो¨डग का खेल शुरू हो जाता है। सूत्रों की मानें तो ओवरलोडेड ट्रकों को पार कराने के लिए इंट्री माफियाओं की सौदेबाजी शुरू हो जाती है। जीटी रोड पर ओवरलो¨डग को रोकने के लिए कैमूर के जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक काफी चुस्त हैं। लेकिन चेकपोस्ट पर तैनात पदाधिकारियों व इन्फोर्समेंट अफसरों की मिलीभगत से ओवरलो¨डग का खेल बदस्तूर जारी है।