टीकाकरण से मासूम की मौत का आरोप, शव का हुआ पोस्टमार्टम
जिल के चैनपुर थाना क्षेत्र के मदुरना गांव में टीकाकरण के बाद बीती रात एक दो माह के बच्चे की मौत हो जाने पर स्वजनों ने स्वास्थ्य विभाग पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है।
कैमूर। जिल के चैनपुर थाना क्षेत्र के मदुरना गांव में टीकाकरण के बाद बीती रात एक दो माह के बच्चे की मौत हो जाने पर स्वजनों ने स्वास्थ्य विभाग पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। मामले की जानकारी होने पर एहतियाती तौर पर पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम सदर अस्पताल में कराया है। वैसे तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर ही मासूम की मौत का सही कारण पता चल सकेगा।
अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ विनोद कुमार ने आरोप को निराधार बताते हुए कहा कि टीकाकरण सरकार के निर्देश से चलाया जाने वाला कार्यक्रम है। इसमें प्रयुक्त होने वाली वैक्सीन की जांच के बाद उचित तापमान पर रखरखाव व उसके लगाने के दौरान बरती जाने वाली सावधानी की जानकारी संबंधित एएनएम को पूर्व में ही दे दी जाती है। इससे रोगों के निरोधी टीकाकरण से मृत्यु होने का तो सवाल ही पैदा नहीं होता है।
बुधवार की सुबह सदर अस्पताल पहुंचे मदुरना गांव निवासी हरिचरण सिंह का कहना है कि 15 अगस्त 2020 को पूर्व की एक पुत्री के बाद उसकी पत्नी ने सरकारी अस्पताल में एक लड़के को जन्म दिया था। जच्चा व बच्चा दोनों स्वस्थ थे। आशा कार्यकर्ता उर्मिला के प्रोत्साहन पर गांव के आंगनबाड़ी केंद्र पर दिन में एएनएम शशिबाला ने 19 अक्टूबर को पेंटा वन, रोटा वन, पीवी वन व एफआई पीवी वन आदि का टीकाकरण किया। रात में दस बजे तक बच्चा खेलने के बाद सो गया। इसके बाद रात में 12 बजे के बाद उसकी श्वास थमने व शरीर के काला होने की जानकारी घरवालों को हुई। चैनपुर पीएचसी के प्रभारी को घटना की जानकारी देने के बाद बच्चें को देखने का आग्रह किया गया। लेकिन वह नहीं आए। इस मामले में बच्चे के पिता ने एएनएम व पीएचसी प्रभारी के विरुद्ध थाना में आवेदन देने की बात कही।
इस संबंध में पूछे जाने पर चैनपुर थानाध्यक्ष उदय भान सिंह ने बताया कि आवेदन मिला है मामले की जांच की जा रही है। शव का पोस्टमार्टम कराने के समय मुखिया प्रभु नारायण भी उपस्थित थे।