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बवाल के मकसद से शरारती तत्वों ने मंदिर की मूर्ति तोड़ी, दो गिरफ्तार

बवाल के मकसद से शरारती तत्वों ने मां काली मंदिर की मूर्ति को क्षत-विक्षत कर दिया। यह मंदिर कैमूर जिला में रामगढ़ थाना क्षेत्र के तरैथा गांव में स्थापित है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 22 Aug 2019 01:12 AM (IST)Updated: Thu, 22 Aug 2019 06:34 AM (IST)
बवाल के मकसद से शरारती तत्वों ने मंदिर की मूर्ति तोड़ी, दो गिरफ्तार
बवाल के मकसद से शरारती तत्वों ने मंदिर की मूर्ति तोड़ी, दो गिरफ्तार

बवाल के मकसद से शरारती तत्वों ने मां काली मंदिर की मूर्ति को क्षत-विक्षत कर दिया। यह मंदिर कैमूर जिला में रामगढ़ थाना क्षेत्र के तरैथा गांव में स्थापित है। पुलिस ने मामले में दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया। उनमें गंाव के ही दीपक कुमार व मिथिलेश कुमार शामिल हैं। गांव में तनाव के मद्देनजर बहरहाल पुलिस तैनात कर दी गई है।

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घटना बुधवार को दिन के दस बजे के आस पास की बताई जाती है। गांव के ही कुछ शरारती तत्वों ने सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश की, लेकिन रामगढ़ पुलिस ने मौके पर पहुंच कर ऐसी कोशिश नाकाम कर दी। मंदिर समेत मूर्ति को तोड़ने की घटना के बाद गांव के लोगो में आक्रोश है। हालांकि धैर्य का परिचय देते हुए ग्रामीणों ने कानूनी कार्रवाई पर विश्वास जताया।

घटना की सूचना मिलते ही पुलिस जैसे ही तरैथा गांव पहुंची वैसे ही मंदिर की मूर्ति तोड़ने वाले शरारती लोग भाग निकले। थानाध्यक्ष राजीव रंजन सिंह ने बताया कि मामले में चार लोगों को चिह्नित किया गया है। पुलिस इनलोगों को जल्द ही गिरफ्तार कर लेगी। गांव में शांति कायम है। किसी तरह का तनाव नहीं है। पूरे घटनाक्रम पर पुलिस की नजर है।

बता दें कि तरैथा गांव से पूरब दिशा में मां काली का स्थान है। वहां गांव के लोगों द्वारा पूजा-अर्चना करने के कुछ ही देर बाद घटना को अंजाम दिया गया।

पुलिस अधीक्षक दिलनवाज अहमद ने बताया कि घटना का मास्टर माइंड तरैथा गांव निवासी भारतेंदु कुमार है। इस मामले में भारतेंदु कुमार, नीलेश कुमार, मिथिलेश कुमार व दीपक कुमार के विरुद्ध चौकीदार के बयान पर रामगढ़ थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है। मिथिलेश व दीपक को गिरफ्तार कर लिया गया है। दोनों ने बताया की भारतेंदु ही उन्हें लेकर काली मंदिर गया। चारों लोग मिलकर कुदाल से मंदिर की पिडी को तोड़े। मामले को दूसरा रूप देने की कोशिश गई थी। पुलिस की त्वरित कार्रवाई से बड़ा विवाद टल गया। कुछ ग्रामीणों के अनुसार मंगलवार की रात में तरैथा गांव में बैठक हुई थी। जिसमें दिल्ली में रविदास मंदिर तोड़ने पर नाराजगी जाहिर की गई। इसके प्रतिशोध में काली मंदिर की पिडी तोड़ने की योजना बनी थी।


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