कैमूर में 30 जनवरी को बनाई जाएगी मानव श्रृंखला
अखिल भारतीय किसान महासभा के द्वारा कुदरा प्रखंड कार्यालय परिसर में पिछले 11 दिनों से दिया जा रहा धरना चलो गांव की ओर के आह्वान के साथ सोमवार को समाप्त किया गया।
कैमूर। अखिल भारतीय किसान महासभा के द्वारा कुदरा प्रखंड कार्यालय परिसर में पिछले 11 दिनों से दिया जा रहा धरना चलो गांव की ओर के आह्वान के साथ सोमवार को समाप्त किया गया। भाकपा माले से जुड़े किसान संगठन के द्वारा कृषि कानूनों की वापसी की मांग को लेकर यहां यह अनिश्चितकालीन धरना दिया जा रहा था। धरना स्थल पर सोमवार को कार्यक्रम की अध्यक्षता गोपाल सिंह ने की जबकि संचालन मुन्ना राम ने किया। कार्यक्रम में मौजूद रहने वालों में पुरुषोत्तम तिवारी, रामचंद्र चौधरी, मदन सिंह, ओम प्रकाश साह, मनोज चौधरी, देव शंकर पासवान, दिलीप ठाकुर, राम कल्याण सिंह, मुसाफिर सिंह, विजय पाल, संतोष पासवान आदि शामिल हैं। सोमवार के कार्यक्रम में काफी संख्या में महिलाओं ने भी हिस्सा लिया जिनमें तेतरा देवी, मटरमाला, झलहरा, फुल कुमारी देवी, मराछी कुंअर आदि शामिल हैं। किसान महासभा के सदस्यों के द्वारा बताया गया कि उनका कार्यक्रम संयुक्त किसान संघर्ष मोर्चा के नेतृत्व में दिल्ली बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में है। तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर उनके द्वारा आगामी 25 जनवरी को कुदरा बाजार में मशाल जुलूस निकाला जाएगा और 30 जनवरी को मानव श्रृंखला बनाई जाएगी। उन्होंने बताया कि संगठन के सदस्य अब गांव गांव जाकर किसानों को बताएंगे कि किस तरह से केंद्र सरकार के तीन कृषि कानून खेत, खेती और किसानों के लिए विनाशकारी हैं। इन कानूनों में कांट्रैक्ट फार्मिंग में धोखा खाने पर किसानों का कोर्ट जाने का अधिकार छीन लिया गया है। साथ ही अनिवार्य वस्तु अधिनियम को समाप्त किए जाने से जमाखोरी जायज हो जाएगी जिससे महंगाई व भुखमरी की त्रासदी समाज के सभी वर्गों को झेलनी पड़ेगी। किसान महासभा ने धरना समाप्त करने से पहले अपनी पांच सूत्री मांगों को लेकर प्रखंड विकास पदाधिकारी को एक ज्ञापन भी सौंपा।