बाढ़ से रामगढ़ प्रखंड मे दो सौ हेक्टेयर मे लगी फसल नष्ट
कैमूर । प्रखंड छेत्र मे तीनों नदियों के उफनाने से उपजे बाढ़ के हालात से किसानों के खेता
कैमूर । प्रखंड छेत्र मे तीनों नदियों के उफनाने से उपजे बाढ़ के हालात से किसानों के खेतों मे लगी धान व सब्जी की फसल को काफी नुकसान हुआ है ।एक तरफ धान के कचनार पौधे पानी मे चार दिनों से डूबे हुए हैं, तो वहीं व्यापक पैमाने पर नदी किनारे लगी सब्जी की फसल भी नष्ट हो गयी है ।कृषि विभाग के आंकड़े के अनुसार दो सौ हेक्टेयर मे लगी फसल डूबने की बात बताई जा रही है ।चार दिनों से प्रखंड मे आइ बाढ़ के पानी मे डूबी फसल के बचने की उम्मीद छोड़ दी गई है । अब तो बाढ़ के खिसकने के बाद इन डूबी हुई फसलो के बचने का अंदेशा नही रह गया है । कारण की जिस हिसाब से नदियों के जलस्तर मे कमी होने की बात बताई जा रही है उससे तो पानी खिसकने मे तीन चार दिन लग ही जायेंगे। दुर्गावती कर्मनाशा व कुदरा नदी के एक साथ बढ़ने से यह स्थिति उत्पन्न हुई है। बहरहाल बाढ़ से क्षति पूर्ति के आकलन का रिपोर्ट तैयार करने मे जुटा हुआ है।नोनार पंचायत के इसरी गांव में किसानो की 30 एकड़ खेत मे लगी धान की फसल डूबने की बात बताई जा रही है। जबकि गोडसरा के योगेन्द्र ¨सह व तिवारी सुशील ¨सह ने बताया कि हमारे गांव के किसानो के 40 एकड खेत मे लगी सब्जी व धान की फसल डूबकर नष्ट हो गई है । जबकि जमुरनाके किसान बबलू सिह दिनेश ¨सह शैलेश ¨सह महेंद्र ¨सह के खेत मे लगी चालीस एकड मे फसल डूबी हुई है । कमोबेश यही स्थित प्राय: सभी पंचायतो मे कुछ न कुछ बनी हुई है ।दैतरा बाबा स्थान के समीप अंसी व डहरक के सिवाना मे लगी एक सो असी बिगहे मे सब्जी की फसल बाढ के पानी से नष्ट हो गई है।
प्रखंड कृषि पदाधिकारी उमाशंकर ¨सह ने बताया कि बाढ से क्षति पूर्ति की रिपोर्ट तैयार की जा रही है ।