बिहार: वीडियो वायरल मामले में कैमूर में तनाव, शहर में धारा 144 लागू, इंटरनेट सेवा बंद
बिहार के कैमूर जिले में एक लड़की के साथ चलती कार में हुए सामूहिक दुष्कर्म का वीडियो वायरल होने के बाद बवाल मच गया। शहर में आज भी शाम तक धारा 144 लागू है। पुलिस कैंप कर रही है।
कैमूूर, जेएनएन। जिले के मोहनियां में सामूहिक दुष्कर्म की घटना का वीडियो वायरल होने के बाद लगातार तनाव की स्थिति बनी हुई है। मोहनिया इलाके में सुरक्षा को लेकर आज शाम तक धारा 144 लागू रहेगी। इस दौरान जिले में इंटरनेट सेवा भी बंद कर दी गई है। पुलिस लगातार इलाके में कैंप कर रही है। बताया जा रहा है कि इस मामले में अब तक 18 लोगों की गिरफ्तारी भी हो चुकी है।
तनावपूर्ण हालात को देखते हुए रोहतास और बक्सर के एसपी के साथ एसटीएफ के डीआईजी भी इलाके में कैम्प कर रहे हैं। गुरुवार को मोहनियां में हुए बवाल करने वाले उपद्रवियों की पहचान के लिए पुलिस सीसीटीवी खंगाल रही है।
गुरुवार को दो समुदायों के बीच हुई थी हिंसक झड़प
नाबालिग छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म और वीडियो वायरल करने के मामले में आक्रोशित लोग गुरुवार को उपद्रव पर उतर आए। आगजनी और पत्थरबाजी के बीच कई राउंड फायरिंग हुई। इसमें दो लोग घायल हो गए। इसके बाद दो समुदायों के बीच हिंसक झड़प हुई और मामला बिगड़ता देख पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। उसके बाद शहर में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है।
चलती कार में छात्रा के साथ हुआ था सामूहिक दुष्कर्म
बता दें कि एक छात्रा के साथ चलती कार में हुए सामूहिक दुष्कर्म के बाद वीडियो वायरल करने के सभी चारों आरोपितों को जेल भेजे जाने के बाद पुलिस को इलाके में लोगों के आक्रोश के शांत हो जाने की संभावना थी, लेकिन हुआ उल्टा। गुरुवार को पूरे दिन मोहनियां का माहौल बिगड़ा रहा, जबकि एहतियातन शहर में भारी संख्या में पुलिसकर्मी मुस्तैद किए गए थे। सुबह में जिला के वरिष्ठ अफसरों के नेतृत्व में शहर में फ्लैग मार्च किया गया। उसमें सीआरपीएफ और बिहार सैन्य पुलिस के जवान भी शामिल थे।
मामले को लेकर कुछ दिनों से चल रहा तनाव, मुस्तैद है पुलिस
बताया गया कि दिन में साढ़े दस बजे के करीब प्रदर्शनकारियों का एक दल नारेबाजी करते हुए चांदनी चौक पहुंचा। मोहनियां के डीएसपी रघुनाथ सिंह ने समझा-बुझाकर उस दल को लौटा दिया। उसके तत्काल बाद 11 बजे के करीब दूसरे दल ने आक्रोश मार्च निकाला।
चांदनी चौक पर नारेबाजी के दौरान पुलिस-प्रशासन के अफसरों ने उन्हें बताया कि अदालत में आरोप पत्र समर्पित कर दिया गया है। स्पीडी ट्रायल कराई जाएगी। उसके बाद आक्रोशित युवा ज्ञापन सौंपकर निकल गए। उसी दौरान पुराना अनुमंडल कार्यालय के गेट के समीप कुछ शरारती तत्वों द्वारा पथराव व गोलीबारी शुरू कर दी गई।
आगजनी, पत्थरबाजी, गोलीबारी से दहला मोहनियां
दो लोगों को गोली लगने के बाद स्थिति बेकाबू हो गई। उसके बाद आगजनी, पत्थरबाजी और गोलीबारी से मोहनियां दहल उठा। दुकानों और ठेलों में लगी आग को बुझाने के लिए दमकल की मदद ली गई। स्थिति बेकाबू होते देख दिन के एक बजे कैमूर के डीएम डॉ. नवल किशोर चौधरी और एसपी दिलनवाज अहमद ने मोर्चा संभाला। डीएम ने शहर में निषेधाज्ञा लागू होने की घोषणा की। दिन के तीन बजे तक माहौल शांत नहीं होते देख पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। उसके बाद स्थिति नियंत्रित हुई।