कैमूर में पांच भूमि विवाद का हुआ निष्पादन, दो में जांच का आदेश
स्थानीय थाना में सीओ राजीव कुमार व थानाध्यक्ष राम कल्याण यादव ने शनिवार को शिविर आयोजित कर भूमि विवाद के मामलों की सुनवाई की।
कैमूर। स्थानीय थाना में सीओ राजीव कुमार व थानाध्यक्ष राम कल्याण यादव ने शनिवार को शिविर आयोजित कर भूमि विवाद के मामलों की सुनवाई की। इस दौरान भूमि विवाद के सात मामले सामने आए। जिसमें पांच का निष्पादन किया गया। दो मामलों में स्थल जांच का निर्देश दिया गया। जिसमें सीओ स्वयं उपस्थित रहेंगे। सीओ ने बताया कि भभुआ थाना के शिवपुर ग्राम निवासी मनोज कुमार की पत्नी सुषमा देवी की रसूलपुर करमहरी मौजा में जमीन है। उनका आरोप था कि विक्रेता द्वारा जमीन पर कब्जा नहीं करने दिया जा रहा है। इस मामले में विक्रेता को 23 जनवरी को शिविर में बुलाया गया है। दूसरा मामला आरती कुंअर व विपक्षी तरुण केसरी व अन्य के बीच का था। विधवा का आरोप था कि भैंसुर द्वारा उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है। उपस्थित दोनों पक्षों को सुझाव दिया गया कि वे आपसी सहमति से दस्तावेज तैयार कर आरती कुंअर के हिस्से की चल व अचल संपत्ति हस्तांतरित कर दें। उस दस्तावेज को अंचल कार्यालय में जमा करेंगे। भविष्य में किसी प्रकार का विवाद या मारपीट की शिकायत मिलने पर विधवा महिला द्वारा दोषियों के विरुद्ध थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी। अकोढ़ी मेला के अनिल कुमार का आरोप था कि पड़ोसी वकील यादव सार्वजनिक जमीन पर बने रास्ता को बंद कर रहे हैं। उभय पक्षों को रास्ता खुलवा कर उस पर सड़क बनाने का सुझाव दिया गया। इस पर अकोढ़ी मेला पंचायत के मुखिया ललन पासी की उपस्थिति में सहमति बनी। चौथा मामला मोहनियां थाना के भिरखीरा गांव का था। सुशील कुमार सिंह का आरोप था कि जय प्रकाश सिंह मकान बनाने में बाधा उत्पन्न कर रहे हैं। दोनों पक्षों की बात सुनने के बाद पता चला कि जमीन के रकबा को लेकर विवाद है। नक्शा से रकबा पूर्ण है। इसमें निर्णय लिया गया कि संबंधित हल्का कर्मचारी,अंचल निरीक्षक व अंचल अमीन 20 जनवरी को स्थल पर जाकर मामले का निष्पादन करेंगे। बड़ा बाजार मोहनियां के सुल्तान राइन का आरोप था कि पड़ोसी कमला चौबे मकान बनाने में बाधा पहुंचा रहे हैं। इस मामले में भूमि की मापी कराने का सुझाव दिया गया।मोहनियां अंचल के मुठानी गांव के मुराहू पासवान का हरिद्वार पासवान से भूमि विवाद कायम था। इसमें संबंधित हल्का कर्मचारी को जांच करने का निर्देश दिया गया। कटरा कला गांव के ठागा शर्मा व भरत शर्मा के बीच भूमि विवाद का मामला जनता दरबार में लाया गया। विपक्षी भरत शर्मा सूचना के बाद भी जनता दरबार में उपस्थित नहीं थे। जिन्हें अगले जनता दरबार में बुलाने के लिए थानाध्यक्ष से अनुरोध किया गया।