सात वर्ष बाद भी राजीव गांधी केंद्र का भवन निर्माण अधूरा
रामपुर प्रखंड कार्यालय परिसर में सात साल से अधिक समय से भारत राजीव गांधी सेवा केंद्र के भवन का निर्माण कार्य अधर में लटका हुआ है।
रामपुर: प्रखंड कार्यालय परिसर में सात साल से अधिक समय से भारत राजीव गांधी सेवा केंद्र के भवन का निर्माण कार्य अधर में लटका हुआ है। लेकिन निर्माण क्यों नही पूरा हो सका यह बताने के लिए कोई तैयार नहीं है और ना ही भवन निर्माण का काम कब पूरा होगा इसका जवाब फिलहाल किसी अधिकारी के पास है। इस भवन के निर्माण कराने का उद्देश्य उसमें मनरेगा का कार्यालय शिफ्ट करना है। बता दें कि प्रखंड में मनरेगा विभाग का अपना भवन नहीं है। मनरेगा का कामकाज ट्राइसेंम भवन में चल रहा है। इससे अधिकारी व कर्मियों को काफी परेशानी हो रही है। इस भवन के निर्माण की आधारशिला वर्ष 2013 में तत्कालीन जिलाधिकारी अरविद कुमार ने रखी थी। इसका निर्माण कार्य 7 अक्टूबर 2013 से शुरू कर 6 अप्रैल 2014 तक पूर्ण कर लेना था। लेकिन इतने वर्षों बाद भी इस भवन का निर्माण कार्य पूरा नहीं कराया जा सका। निर्माण कार्य शुरू होने से लेकर अब तक प्रखंड में कई प्रखंड विकास पदाधिकारी, मनरेगा के कार्यक्रम पदाधिकारी आए व उनका स्थानांतरण भी हो गया। लेकिन इस ओर किसी पदाधिकारी की नजर नहीं पड़ी। इससे आज यह अधूरा भवन मवेशियों का अड्डा बना हुआ है। बताया जाता है कि भवन निर्माण कार्य पूरा करने के लिए 32 लाख 18 हजार 9 सौ रुपये खर्च करने की योजना थी। विभाग के अनुसार भवन निर्माण कार्य पर करीब 17 लाख रुपये खर्च किए जा चुके है।
कहते हैं पदाधिकारी -
इस संबंध में बीडीओ संजय पाठक ने बताया कि पहले के बीडीओ व पंचायत सचिव द्वारा भवन निर्माण करवाया जा रहा था। लेकिन किन कारणों से निर्माण कार्य बंद है इसके लिए मनरेगा पीओ को सूचित किया गया है।
इस संबंध में मनरेगा पीओ प्रसून कुमार ने बताया कि अधूरे मनरेगा भवन की जानकारी है। उन्होंने बताया कि पहले चेक से भुगतान होता था। अब डोंगल से भुगतान हो रहा है। अब मटेरियल खुलेगा तो इसका भुगतान करा कर अधूरे मनरेगा भवन को पूर्ण कराया जाएगा।