Move to Jagran APP

देवी प्रतिमाओं के नगर भ्रमण कार्यक्रम से बही भक्ति की गंगा

शनिवार की रात शुरू हुए नगर के विभिन्न स्थानों पर स्थापित की गई मां दुर्गा की प्रतिमाओं के नगर भ्रमण का कार्यक्रम रविवार की सुबह संपन्न हुआ।

By JagranEdited By: Published: Sun, 21 Oct 2018 10:10 PM (IST)Updated: Sun, 21 Oct 2018 10:10 PM (IST)
देवी प्रतिमाओं के नगर भ्रमण कार्यक्रम से बही भक्ति की गंगा
देवी प्रतिमाओं के नगर भ्रमण कार्यक्रम से बही भक्ति की गंगा

शनिवार की रात शुरू हुए नगर के विभिन्न स्थानों पर स्थापित की गई मां दुर्गा की प्रतिमाओं के नगर भ्रमण का कार्यक्रम रविवार की सुबह संपन्न हुआ। इस दौरान पूरी रात नगर में भक्ति की गंगा बही। शुक्रवार की सुबह से ही पूजा समिति के सदस्यों द्वारा नगर भ्रमण कार्यक्रम की तैयारी शुरू कर दी गई थी। मां दुर्गा की प्रतिमा को वाहनों पर रख रंग-बिरंगी लाइटों व झालरों से सजाया गया था। वहीं एक अन्य वाहन डीजे भी था। शनिवार की शाम नगर के चमन लाल पोखरा के ¨पड पर स्थित बड़ी देवी मां के रथ के निकलने के बाद सभी स्थानों की मां दुर्गा की प्रतिमा को नगर के एकता चौक पर लाया गया। इसके बाद नगर भ्रमण का कार्यक्रम शुरू हुआ।

loksabha election banner

एकता चौक से शुरू हुए नगर भ्रमण कार्यक्रम में सबसे आगे बड़ी देवी मां के रथ को लेकर श्रद्धालु चल रहे थे। रथ पर सवार बड़ी देवी मां के पीछे-पीछे सभी देवी प्रतिमाओं को लेकर ट्रक आगे बढ़ रहे थे। सभी ट्रकों के पीछे चल रहे छोटे वाहन पर बज रहे डीजे की धुन पर श्रद्धालु झूमते-नाचते आगे बढ़ रहे थे। इसके लिए प्रशासन ने सभी स्थानों की मां दुर्गा की प्रतिमा के लिए नंबर जारी किया गया था। नगर के एकता चौक से सभी प्रतिमा सब्जी मंडी रोड होते हुए पुराना थाना से गंवई होते हुए हनुमान मंदिर से निकल कर पूरब पोखरा स्थित बस स्टैंड के पास से सभी प्रतिमा पुन: नगर के पुराना बाजार होते हुए एकता चौक, पोस्ट आफिस, नगर परिषद, चकबंदी रोड, जगजीवन स्टेडियम, पटेल चौक से देवी मंदिर गई। इस दौरान पूरा नगर श्रद्धालुओं द्वारा लगाए जा रहे मां दुर्गा के जयकारे से गूंजता रहा। डीजे पर देश भक्ति गीत भी बजाए जा रहे थे। जिससे भ्रमण के दौरान युवाओं का जोश देखते ही बन रहा था। देवी मंदिर में सबसे पहले बड़ी देवी मां को प्रवेश कराया गया और पूरे विधि-विधान से पूजा की गई। तत्पश्चात सभी मां दुर्गा की प्रतिमाओं की बारी-बारी से पूजा अर्चना की गई। इसके बाद मां देवी की प्रतिमाओं को अपने-अपने स्थान पर पूजा समितियों द्वारा ले जाया गया। जहां से मां दुर्गा की प्रतिमाओं को विसर्जन के लिए पूजा समितियों द्वारा विभिन्न स्थानों पर ले गए।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.