पूरन चेरो की पोस्टमार्टम रिपोर्ट रद्द करने की मांग
जिले के भगवानपुर प्रखंड के पड़री गांव के पूरन चेरो की पुलिस कस्टडी में हुई मौत ।
कैमूर। जिले के भगवानपुर प्रखंड के पड़री गांव के पूरन चेरो की पुलिस कस्टडी में हुई मौत के बाद पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर आपत्ति जताते हुए उसे रद्द करने की मांग को ले भारत की कम्युनिस्ट पार्टी के कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को एक दिवसीय धरना दिया। साथ ही शरीर अवशेषों की रासायनिक व वैज्ञानिक जांच कराने के लिए राज्य के बाहर किसी मान्यता प्राप्त वैज्ञानिक अनुसंधान केंद्र में भेजने की भी मांग की। धरना के दौरान कार्यकर्ताओं ने सभा का आयोजन किया। जिसकी अध्यक्षता शिवनाथ प्रसाद ¨बद और संचालन विजय गुप्ता ने किया। वक्ताओं ने कहा कि नीतीश सरकार की पुलिस बेलगाम हो गई है। सरकार द्वारा घोषित शराबबंदी के दौरान कई छोटे बड़े शराब माफिया पैदा हो गए हैं। पुलिस शराब माफिया को पकड़ने की बजाए दलितों व आदिवासियों को पकड़ रही है। वहीं वक्ताओं ने यह भी कहा कि पूरन चेरो की पुलिस हिरासत में हुई मौत और फिर उसके शव को गायब करना एक जघन्य अपराध है। कार्यकर्ताओं ने इसकी न्यायिक जांच कराने की मांग की। धरना के बाद कार्यकर्ताओं को छह सूत्री मांगों का ज्ञापन सौंपा। उनकी प्रमुख मांगों में पूरन चेरो के शव का पुलिस द्वारा कराया गया पोस्टमार्टम की रिपोर्ट को रद्द किया जाए, पूरन चेरो के शरीर के अवशेष को रासायनिक व वैज्ञानिक जांच करा कर उसकी मृत्यु के असली कारणों को उजागर किए जाने, पूरन चेरो के आश्रितों को कम से कम दस लाख रुपया मुआवजा और सरकारी नौकरी देने, भगवानपुर थाना प्राथमिकी संख्या 207/17 में फंसाए गए निर्दोष लोगों को दोष मुक्त किया जाए सहित अन्य शामिल हैं। धरना में शंकर ¨सह, अयोध्या राम, सुनील कुमार वर्मा, दीपू सिहं, सुर्दशन ¨बद, श्रीराम राम, पारस राम, सामाजिक कार्यकर्ता सूर्यनाथ राम, आदि लोग शामिल थे।