19 घंटे बाद मिला कर्मनाशा नदी में डूबे अधेड़ का शव
स्थानीय थाना क्षेत्र के कारीराम गांव से होकर गुजरी कर्मनाशा नदी में डूबे कारीराम गांव के 48 वर्षीय श्याम बिहारी उर्फ गुड्डु यादव का शव 19 घंटे बाद गुरुवार की सुबह सात बजे मिला।
स्थानीय थाना क्षेत्र के कारीराम गांव से होकर गुजरी कर्मनाशा नदी में डूबे कारीराम गांव के 48 वर्षीय श्याम बिहारी उर्फ गुड्डु यादव का शव 19 घंटे बाद गुरुवार की सुबह सात बजे मिला। शव बरामदगी के लिए नदी में काफी खोजबीन की गई। बुधवार को पूरे दिन खोजबीन करने के बाद रात होने से खोजबीन करने का काम बंद कर दिया गया था। नदी में डूबने की घटना के करीब 19 घंटे के बाद मल्लाह बस्ती व ग्रामीणों के सहयोग से शव को खोज लिया गया। इसकी खबर मिलते ही नदी घाट पर ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी। रोते-बिलखते परिवार के सदस्य भी नदी घाट पहुंच गए। शव मिलने की सूचना पर घर की महिलाएं नदी किनारे आ गई व दहाड़ मार कर रोने लगी। पुलिस को सूचना देकर ग्रामीणों ने शव को बाहर निकाला। मौके पर पहुंची नुआंव पुलिस शव को थाने लाई। जहां पर थानाध्यक्ष शक्ति सिंह ने कागजी करवाई के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भभुआ भेज दिया। सीओ राज किशोर शर्मा ने कहा कि भभुआ से रिपोर्ट आने के बाद और सत्यापन के बाद ही उनके आश्रितों को अनुदान राशि प्रदान की जाएगी। बता दें कि श्याम बिहारी प्रतिदिन की तरह बुधवार को भी कर्मनाशा नदी में भैंस को नहाने गए थे। भैंस को नहाने के बाद वे खुद स्नान करने लगे। स्नान करने के क्रम में वे गहरे पानी में चले गए और इसके बाद उनका कुछ पता नहीं चला। जब भैंस घूम कर शाम में घर पहुंची तो परिजन श्याम बिहारी की खोज करने लगे। परिजन व ग्रामीण जब पहुंचे तो नदी के किनारे उनका कपड़ा देखा। तब ग्रामीणों को उनके डूबने की बात पता चली। इसके बाद बुधवार को पूरे दिन गांव के लोग नदी में खोजबीन किए। सीओ व थानाध्यक्ष भी मौके पर मौजूद रह कर शव को खोजवाने का प्रयास करते रहे, लेकिन बुधवार की रात तक शव नहीं मिल सका। गुरुवार की सुबह पुन: शव की खोज शुरू की गई। तब सात बजे सुबह शव नदी से मल्लाह बस्ती के गोताखोरों ने खोज लिया गया।