कैमूर के कुदरा में ओवरब्रिज पर दुर्घटनाग्रस्त हुई बाइक, दो युवकों की मौत
भभुआ। कुदरा के लालापुर ओवरब्रिज पर बुधवार की रात एक बाइक दुर्घटनाग्रस्त हो गई जिससे उस पर सवार दो युवकों की मौत हो गई जबकि एक अन्य घायल बताया जाता है। मृतकों में शामिल रोहतास जिला के करगहर थाना के अख्तियारपुर गांव के निवासी कमल सिंह के पुत्र बिट्टू कुमार की घटनास्थल पर ही मौत हो गई जबकि कुदरा थाना के नसेज गांव के स्व. मुन्नी साह के पुत्र नीरज कुमार गुप्ता (24) की इलाज के क्रम में मौत हुई।
भभुआ। कुदरा के लालापुर ओवरब्रिज पर बुधवार की रात एक बाइक दुर्घटनाग्रस्त हो गई, जिससे उस पर सवार दो युवकों की मौत हो गई, जबकि एक अन्य घायल बताया जाता है। मृतकों में शामिल रोहतास जिला के करगहर थाना के अख्तियारपुर गांव के निवासी कमल सिंह के पुत्र बिट्टू कुमार की घटनास्थल पर ही मौत हो गई, जबकि कुदरा थाना के नसेज गांव के स्व. मुन्नी साह के पुत्र नीरज कुमार गुप्ता (24) की इलाज के क्रम में मौत हुई। इस दुर्घटना में घायल युवक का नाम सचिन कुमार बताया जा रहा है जो कुदरा थाना के अमिरथा गांव के शंकर चौहान का पुत्र बताया जाता है। दुर्घटना रात के करीब आठ बजे की बताई जाती है। बाइक किस तरह से दुर्घटनाग्रस्त हुई यह स्पष्ट नहीं है। कुछ लोगों का कहना है कि बाइक किसी अन्य बाइक से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हुई, वहीं अन्य लोगों का कहना है कि किसी ट्रक या ट्रैक्टर से टकराकर बाइक दुर्घटनाग्रस्त हो गई। जिस ओवरब्रिज पर दुर्घटना हुई वह नेशनल हाईवे और रेल लाइन के ऊपर से गुजरता है। दुर्घटना के वक्त वहां काफी अंधेरा था। टक्कर की आवाज सुन जब लोग स्थल पर पहुंचे तो तीनों लोगों को दुर्घटनाग्रस्त बाइक के साथ सड़क पर पड़े देखा। उसके बाद तीनों युवकों को कुदरा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पहुंचाया गया, जहां एक युवक को मृत पाया गया, जबकि अन्य दो घायलों को प्राथमिक उपचार के पश्चात बेहतर इलाज के लिए रेफर कर दिया गया। बताया जा रहा है कि नसेज गांव के युवक को बेहतर इलाज के लिए उत्तर प्रदेश के चंदौली में ले जाया गया जहां इलाज के क्रम में उसकी मौत हो गई। थानाध्यक्ष अजय कुमार ने बताया कि दोनों मृतकों के शव का पोस्टमार्टम कराकर उनके स्वजनों को सौंप दिया गया है।
ओवरब्रिज पर अंधेरा रहने के चलते अक्सर होती हैं दुर्घटनाएं व आपराधिक घटनाएं:
बता दें कि ओवरब्रिज पर रोशनी के लिए लाइट तो लगाई गई हैं लेकिन ओवरब्रिज बनने के बाद से आज तक कभी उनको जलाया नहीं गया। इसके चलते वहां पर हमेशा अंधेरा रहता है जिसके चलते अक्सर आपराधिक घटनाएं और दुर्घटनाएं होती रहती हैं। बार-बार अप्रिय घटनाओं के होने के बावजूद ओवरब्रिज पर रोशनी का समुचित इंतजाम करने की मुकम्मल कोशिश कभी नहीं की गई। अधिकारी से लेकर प्रतिनिधि तक सभी मात्र मूकदर्शक बने रहे।