बंद के समर्थन में वामदलों ने किया सड़क जाम
नोटबंदी पर जनता को हो रही समस्याओं को लेकर वाम दलों द्वार आहुत बिहार बंद को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं ने सोमवार को सड़क पर उतरे।
कैमूर। नोटबंदी पर जनता को हो रही समस्याओं को लेकर वाम दलों द्वार आहुत बिहार बंद को लेकर पार्टी कार्यकर्ता सोमवार को सड़क पर उतरे। बंद को ले कार्यकर्ताओं ने आक्रोश मार्च निकाल और शहर के एकता चौक को जाम कर दिया। जाम के कारण कुछ समय तक यातायात बाधित रहा। हालांकि बंद का असर आम जनजीवन पर नहीं दिखा। कार्यकर्ताओं ने कहा कि नोटबंदी के पीएम मोदी के तुगलकी फरमान ने अब तक बैंक में खड़े 80 व्यक्तियों की जान ले ली है। मजदूर बेकार हो गए हैं। किसानों की रबी फसल बर्बाद हो गई है। शादी वाले परिवार के लोग मुसीबत में हैं। कालाधन वापस लाने के बदले आम आदमी का पैसा बैंकों में जमा करके सरकार वाहवाही बटोर रही है। कार्यकर्ताओं ने सरकार से 1000 और 500 के पुराने नोटों को 30 दिसम्बर तक चलाने, किसान मजदूरों के तमाम तरह के ऋण माफ करने, काला धन व काली संपत्तियां जब्त करने, बड़े पूंजीपतियों से 11 लाख करोड़ के कर्ज की वसूली करने, विदेश में खाता व पैसा रखने वालों का नाम उजागर करने, नोटबंदी से बेकार हुए कामगारों को रोजगार देने आदि की मांग की। बंद मार्च में भाकपा माले जिला सचिव विजय यादव, भाकपा के जिला सचिव बिग्गू शर्मा, राम दुलार ¨सह, संतन पासवान, बबन राम, रंग लाल पासवान, भीम ¨सह, मुन्ना राम, महेश, ओवरसियर के अलावा काफी संख्या में कार्यकर्ता शामिल थे।