रामपुर प्रखंड में कोविड मरीजों के इलाज की सभी व्यवस्था पूर्ण
रामपुर कोरोना की तीसरी लहर काफी तेजी से जिले में फैल रही है। रामपुर प्रखंड में भी कई लोग एक्टिव मरीज हैं। लेकिन स्वास्थ्य विभाग भी तीसरी लहर से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
रामपुर : कोरोना की तीसरी लहर काफी तेजी से जिले में फैल रही है। रामपुर प्रखंड में भी कई लोग एक्टिव मरीज हैं। लेकिन स्वास्थ्य विभाग भी तीसरी लहर से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है। रामपुर प्रखंड में स्वास्थ्य विभाग ने सभी व्यवस्था को पूर्ण कर लिया है। लेकिन स्वास्थ्य विभाग द्वारा रामपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कमरों का अभाव होना बताया गया है। कमरों के अभाव में स्वास्थ्य विभाग के डाक्टरों व कर्मियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। रामपुर पीएचसी प्रभारी डा. चंदन कुमार ने बताया कि रामपुर पीएचसी में डाक्टरों की कोई कमी नहीं है। यहां नौ डाक्टर तैनात हैं। जिसमें पांच डाक्टर एमबीबीएस, दो डाक्टर आयुष व एक दांत के डॉक्टर हैं। विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक रामपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कमरों का अभाव होने के कारण बेड की कमी है। यहां छह सामान्य बेड है। जिसका सामान्य तौर पर प्रसव के लिए गर्भवती महिलाओं, अन्य लोगों को इलाज के दौरान उपयोग किया जाता है।
ठकुरहट एपीएचसी पर कोविड मरीजों के लिए है छह बेड:
रामपुर पीएचसी में कोविड मरीजों के लिए बेड की व्यवस्था नहीं की गई है। लेकिन ठकुरहट अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर कोविड मरीजों की व्यवस्था है। यहां पर कोविड-19 के मरीजों के लिए छह बेड बनाए गए हैं। रामपुर पीएचसी प्रभारी ने बताया कि रामपुर प्रखंड के स्वास्थ्य केंद्र के लिए छोटा बड़ा मिलाकर कुल 10 आक्सीजन सिलेंडर है। जिसमें चार बड़ा व छह छोटा आक्सीजन सिलेंडर है। रामपुर पीएचसी में कोरोना मरीजों के लिए आक्सीजन की कोई कमी नहीं होगी। अगर आक्सीजन की कमी सिलेंडर में होगी तो उसके लिए आक्सीजन कंस्ट्रेटर की व्यवस्था है। जो नेचुरल आक्सीजन को कंस्ट्रेटर के माध्यम से सिलेंडर में भरा जाएगा। उसे कोविड मरीजों को चढ़ाया जाता है। ताकि आक्सीजन की कोई कमी नहीं हो। रामपुर पीएचसी में कोविड-19 की तीसरी लहर को देखते हुए कोविड से संबंधित सात प्रकार की दवा मौजूद है।
नौहट्टा उप स्वास्थ्य केंद्र में बनाया जाएगा कोविड सेंटर -
स्वास्थ्य विभाग द्वारा बताया जाता है कि कोविड-19 के तीसरी लहर को लेकर इलाज के दौरान मरीजों के लिए बेड की कमी होती है और जरूरत पड़ती है तो नौहट्टा उप स्वास्थ्य केंद्र को कोविड सेंटर बनाया जाएगा। मरीजों के लिए सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। चार बेड, चार आक्सीजन सिलेंडर के साथ अन्य सुविधाएं भी बढ़ाई जाएगी।