आयुष्मान भारत कार्यक्रम को गति देने की प्रशासनिक पहल
स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों ने जिले के चयनित आयुष्मान भारत कार्यक्रम के प्रत्येक लाभुकों को पांच लाख तक के निशुल्क इलाज उपलब्ध कराने की गति को रफ्तार देने के लिए शनिवार को तकनीकी कर्मियों का प्रशिक्षण दिया गया।
स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों ने जिले के चयनित आयुष्मान भारत कार्यक्रम के प्रत्येक लाभुकों को पांच लाख तक के निशुल्क इलाज उपलब्ध कराने की गति को रफ्तार देने के लिए शनिवार को तकनीकी कर्मियों का प्रशिक्षण दिया गया। समाहरणालय स्थित एनआइसी कक्ष के माध्यम से वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के द्वारा दिए गए प्रशिक्षण के दौरान सिविल सर्जन डॉ. अरूण तिवारी व डीपीएम धनंजय शर्मा भी उपस्थित थे। प्रशिक्षण के दौरान कर्मियों को लाभुको के डाटा अपलोड करने के दौरान बरती जाने वाली सावधानी के साथ -साथ उनको शीघ्र लाभ दिलाने की प्रक्रिया की जानकारी दी गई।
डीपीएम धनंजय शर्मा ने बताया कि वर्ष 2011 की जनगणना के आधार पर जिले के तीन लाख लोगों को आयुष्मान कार्यक्रम से जोड़ने का लक्ष्य है। जिले अब तक एक लाख तीस हजार लाभुकों के गोल्डेन कार्ड बनाए जा चुके हैं। फिलवक्त दो हजार लोगों का जिला अस्पताल से इलाज कराया जा चुका है। राज्य के अन्य अस्पतालों से योजना का लाभ पाने वाले लोगों की सूची एकत्र की जा रही है।
ज्ञात रहे कि प्रधानमंत्री जीवन आरोग्य योजना के आयुष्मान भारत कार्यक्रम के अंतर्गत प्रत्येक परिवार को प्रति वर्ष पांच लाख तक के इलाज की निश्शुल्क सुविधा उपलब्ध कराने की योजना चल रही है। इस योजना से अधिक से अधिक लोगों को जोड़ा जाए इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के स्तर से कई प्रयास किए जा रहे हैं। जिले के सभी गांवों के अजा टोलों में शिविर लगा कर गरीब परिवार के लोगों का गोल्डेन कार्ड बनाए जाने की तैयारी चल रही है। इसके लिए शीघ्र ही तिथि का निर्धारण किया जाएगा। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के स्तर से गांवों के टोलों की सूची भी बनाई जा रही है।