स्वतंत्रता संग्राम में फूंक दिया था कई कचहरी
संवाद सहयोगी जमुई स्वतंत्रता संग्राम की लड़ाई में सदर प्रखंड क्षेत्र के दौलतपुर निवासी स्वतंत्रत
संवाद सहयोगी, जमुई : स्वतंत्रता संग्राम की लड़ाई में सदर प्रखंड क्षेत्र के दौलतपुर निवासी स्वतंत्रता सेनानी गरम मिजाज कन्हैया प्रसाद सिंह ने अंग्रेजों की नींद हराम कर दी थी। आजादी के आंदोलन के दौरान कई कचहरी को आग के हवाले कर दिया था। उनके ज्येष्ठ सुपुत्र श्यामा प्रसाद सिंह ने स्मरण करते हुए बताया कि वह दस बार जेल गए और छह माह तक फरार रहे थे। सबसे पहले उन्होंने वर्ष 1942 में शहीदों की याद में मनाए जाने वाले शहीद दिवस में भाग लिया और इस जुलूस में सरकार ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। ब्रिटिश फौज ने दो दिनों तक अंधेरी कोठरी में बंद रखा। इसके बाद इन्हें कुछ साथियों के साथ गंगटा जंगल में आधी रात को ले जाकर नग्न अवस्था में शरीर पर सिदूर डालकर छोड़ दिया। अंग्रेजी पुलिस ने इनके उपर गोली भी चलाई, लेकिन बाल-बाल बच गए। इसके पश्चात यह किसी तरह से जख्मी हालत में जमुई पहुंचे और अपना इलाज कराने के पश्चात आंदोलन से पुन: जुट गए। स्वस्थ होने के बाद इन्होंने आजादी के आंदोलन के दौरान कई कचहरी को आग के हवाले कर दिया। ब्रिटिश हुकूमत ने बौखला कर खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर इन्हें जेल में डाल दिया था। कन्हैया प्रसाद सिंह अंग्रेजी पुलिस के लिए सिरदर्द बने हुए थे। यह जिले में गरम दल के नेतृत्वकर्ता के रूप में भी पहचाने जाते थे। हालांकि पुलिस ने गिरफ्तारी के पश्चात इन्हें कई प्रकार की शारीरिक यातना भी दी लेकिन इनका मनोबल नहीं टूटा। ब्रिटिश सरकार के सिपाही और अधिकारी इन्हें कन्हाई सिंह कहकर पुकारते थे।