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बिहार में कोठे ऊपर बना ली कोठरी, जानिए फर्जीवाड़े का सच

जमुई जिले में पीएम आवास योजना के तहत हुए बड़े फर्जीवाड़े का पर्दाफाश हुआ है, जिसमें प्रतीक्षा सूची में जिन झोपड़ी वालों का नाम था उनपर अधिकारियों ने कोठे ऊपर कोठरी बना दी।

By Kajal KumariEdited By: Published: Mon, 08 Jan 2018 09:19 AM (IST)Updated: Mon, 08 Jan 2018 11:26 PM (IST)
बिहार में कोठे ऊपर बना ली कोठरी, जानिए फर्जीवाड़े का सच
बिहार में कोठे ऊपर बना ली कोठरी, जानिए फर्जीवाड़े का सच

जमुई [अरविंद कुमार सिंह]। बिहार के जमुई सदर प्रखंड की मंझवे पंचायत में प्रधानमंत्री आवास योजना की प्रतीक्षा सूची में था झोपड़ी वालों का नाम और अधिकारियों ने कोठे ऊपर कोठरी बना दी। यहां एक-दो नहीं, लगभग डेढ़ दर्जन लोगों को फर्जी तरीके से प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ पहुंचाया गया। हद तो तब हो गई जब अधिकारियों ने जांच रिपोर्ट में ग्राम सभा पर ही दिग्भ्रमित करने का आरोप मढ़ डाला।

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यह है मामला 

पंचायत के रहने वाले गोरेलाल पंडित के दो तल्ला मकान के ऊपर पीएम आवास योजना से एक तल्ला और बन गया। एक और लाभुक दशरथ राम को दो-दो मकान रहते तीसरे मकान के लिए राशि मिल गई। एक ईंट भी नहीं जोड़ी गई और दूसरी  किश्त की राशि खाते में भेज दी गई।

फर्जी तरीके से लाभ पहुंचाने में पिता व पुत्री को एक साथ उपकृत किया गया। इसके साथ ही अशोक मांझी की जगह दूसरे अशोक मांझी को लाभान्वित किया गया। फर्क सिर्फ इतना था कि वास्तविक हकदार अशोक मांझी के पिता का नाम जीवलाल मांझी था तो सहायक ने बाबूलाल मांझी के पुत्र अशोक को योजना का लाभ दे दिया। 

ग्राम सभा के मत्थे फोड़ा ठीकरा 

मंझवे पंचायत की मविया खातून, नजरुल खान, असलम खान और मोइन खान ने जब मामले को लोक शिकायत निवारण केंद्र तक पहुंचाया तो जांच अधिकारी के रूप में गांव पहुंचे प्रखंड विकास पदाधिकारी ने गलती का ठीकरा आवास योजना सहायक के साथ-साथ ग्राम सभा के मत्थे भी फोड़ दिया।

बीडीओ विनीत कुमार ने अपने जांच प्रतिवेदन में कहा है कि ग्रामीण आवास सहायक द्वारा पूरी मुस्तैदी से कार्य नहीं करने तथा ग्रामसभा में उपस्थित लोगों द्वारा दिग्भ्रमित करने के कारण गलत लोगों को लाभ दे दिया गया। 

और भी हैं कई फर्जी लाभुक 

वार्ड सदस्य सचिन कुमार कहते हैं कि जिस ग्राम सभा पर दिग्भ्रमित करने का इल्जाम लगाया जा रहा है, वह ग्रामसभा धरातल पर आयोजित ही नहीं हुई। इससे इतर और भी कई नाम मंझवे पंचायत में हैं, जिन्हें फर्जी तरीके से प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ पहुंचाया गया है। इधर एसईसीसी सूची में सम्पन्न लोगों का नाम आ गया तो सहायक की लॉटरी खुल गई। 

आवास योजना के फर्जी लाभार्थी: एक नजर 

सूची में इनका था नाम     फर्जी लाभार्थी  

1. एकराम खान         - मुसर्रत प्रवीण

2. सुनील राम          - रूबी देवी

3. मोइम खान        - इसर्रत प्रवीण

4. श्याम किशोर प्रसाद    - सत्तन साव

5. मुनेश्वरी देवी      - ममता देवी

6. नजरुल खान        - नासीर खान

7. मु. इस्लाम       - मु. इलियास

8. राजेंद्र प्रसाद गुप्ता    - साजकुमार साव

9. ज्योति कुमारी        - ज्योति कुमारी

10. प्रकाश साव        - प्रकाश साव

11. रंधीर रजक   - रंजीत साव

12. यशोदा देवी   - शिवनंदन साव

13. अशोक मांझी - अशोक मांझी

14. सज्जाद खान   - शमशेर खान

15. गुलाबी देवी          -सरिता देवी

16.असलम खान         -गुड्डू खान


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