प्रतिमा विसर्जन के साथ ही लक्खी पूजा का समापन
जमुई। चकाई प्रखंड के बटपार में आयोजित होने वाले लक्खी पूजा का प्रतिमा विसर्जन के साथ ही शनिवार को विधिवत समापन हो गया।
जमुई। चकाई प्रखंड के बटपार में आयोजित होने वाले लक्खी पूजा का प्रतिमा विसर्जन के साथ ही शनिवार को विधिवत समापन हो गया। दो दिनों तक आयोजित होने वाले इस पूजा में भव्य मेले का आयोजन किया जाता है। इस बार कोरोना संक्रमण के कारण मेले का आयोजन नहीं हुआ। शारीरिक दूरी का पालन करते हुए लोग सादगीपूर्वक पूजा-अर्चना में शामिल हुए। साथ ही पूजा स्थल के आसपास इस बार किसी तरह की कोई दुकान भी नहीं लगाई गई। चकाई प्रखंड में एकमात्र बटपार में आयोजित होने वाले लक्खी पूजा के संबंध में समाजसेवी दिलीप मिश्रा ने बताया कि 1954 में राजा हरतकिया ने लक्खी पूजा की शुरुआत की थी। तब से प्रत्येक वर्ष मां की प्रतिमा स्थापित कर बड़े ही धूमधाम से पूजा का आयोजन होता रहा है। जिसमें चकाई प्रखंड सहित अन्य जगहों से भी भक्त पूजा में शामिल होते हैं। पुजारी जयनारायण पांडेय, शांति पांडेय एवं सदानंद पांडेय ने बताया कि प्रशासन द्वारा जारी गाइडलाइन का शत-प्रतिशत पालन करते हुए पूजा का आयोजन किया गया। मेले का आयोजन नहीं होने से स्थानीय लोग निराश दिखे।