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जल-जंगल-जमीन पर आदिवासियों का पहला हक

जमुई। प्रखंड में रविवार को कई जगहों पर विश्व आदिवासी दिवस मनाया गया। इस मौके पर लोक गीतों तथा लोक नृत्य पेश किए गए।

By JagranEdited By: Published: Sun, 09 Aug 2020 07:04 PM (IST)Updated: Sun, 09 Aug 2020 07:04 PM (IST)
जल-जंगल-जमीन पर आदिवासियों का पहला हक
जल-जंगल-जमीन पर आदिवासियों का पहला हक

जमुई। प्रखंड में रविवार को कई जगहों पर विश्व आदिवासी दिवस मनाया गया। इस मौके पर लोक गीतों तथा लोक नृत्य पेश किए गए। आदिवासी छात्र-छात्राओं ने कर्मा नृत्य, कजरी, सुआ नृत्य तथा लोक गीत की प्रस्तुति से अपनी संस्कृति का परिचय कराया।

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बामदह चौक स्थित बिरसा चौक पर बतौर मुख्य अतिथि आदिवासी नेता पृथ्वीराज उर्फ पौलुस दा ने बिरसा की तस्वीर पर माल्यार्पण कर कहा कि आदिवासी भाई संगठित तथा शिक्षित होकर आगे बढ़ें। उन्होंने कहा कि जल, जंगल और जमीन पर वनवासी भाईयों का पूरा हक है। उन्होंने सरकार से आदिवासियों को धर्म कोड देने की मांग की। मौके पर विनोद मरांडी, राजेन्द्र दास, संतोष साह, झुमरा साह, विकास हेम्ब्रम, रोगित पासवान, मारकुस टुडु, अर्जुन हेम्ब्रम, मनीष मुर्मू उपस्थित थे। वहीं दूसरी ओर प्रखंड के बिझा, बंदरभगुआ, बरमसिया, गजही, मरही में भी विश्व आदिवासी दिवस धूमधाम से आयोजित किया गया।


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