अब तक पुलिस पकड़ से दूर है व्यवसायी बंधु हत्याकांड का मुख्य आरोपी
संवाद सहयोगी जमुई एक साल से अधिक बीत चुका है। पुलिस गिरीडीह जिला के तिसरी थाना क्षेत्र अंतर्गत पंदनाटांड़ निवासी व्यवसायी बंधु चंदन वर्णवाल एवं अंशु वर्णवाल हत्याकांड के मुख्य आरोपित प्रभाकर मंडल उर्फ पीर बाबा को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। दो पुत्रों को खोने के बाद से पिता मुरारी लाल वर्णवाल व उनकी पत्नी के समक्ष खाने के लाले पड़ गए हैं।
फोटो 1 जमुई 17
संवाद सहयोगी, जमुई : एक साल से अधिक बीत चुका है। पुलिस गिरीडीह जिला के तिसरी थाना क्षेत्र अंतर्गत पंदनाटांड़ निवासी व्यवसायी बंधु चंदन वर्णवाल एवं अंशु वर्णवाल हत्याकांड के मुख्य आरोपित प्रभाकर मंडल उर्फ पीर बाबा को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। दो पुत्रों को खोने के बाद से पिता मुरारी लाल वर्णवाल व उनकी पत्नी के समक्ष खाने के लाले पड़ गए हैं। स्थिति यह है कि मुरारी लालसाइकिल का पंचर बनाकर परिवार का भरण- पोषण कर रहे हैं। भय के कारण उन्होंने अपने एक पुत्र कुंदन को दूसरे शहर में भेज दिया है।
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22 जून 2021 को लापता हुए थे व्यवसायी बंधु
22 जून 2021 को तिसरी थाना क्षेत्र अंतर्गत पंदनाटांड़ निवासी मुरारी लाल वर्णवाल के दो पुत्र चंदन वर्णवाल और अंशु वर्णवाल लापता हो गए थे। दोनों बाइक से डोरंडा के लिए निकले थे, लेकिन कुछ देर बाद ही दोनों का मोबाइल आफ हो गया था। तब चर्चा थी कि दोनों भाई कर्ज लेकर जमुई के एक बाबा के चक्कर में पड़कर 40 लाख रुपये गंवा चुके थे। बाबा ने दोनों भाइयों को पैसा दोगुना करने का लालच दिया था। इधर, दोनों का मोबाइल आफ हो गया और देर शाम तक दोनों घर नहीं लौटे तो स्वजनों ने खोजबीन शुरु की। दो दिन बाद दोनों का पर्स गरही डैम के समीप पाया गया। इसके बाद स्वजनों ने खैरा पुलिस को मामले की सूचना दी। बाद में वरीय पदाधिकारियों के हस्तक्षेप पर तिसरी थाना में दोनों के अपहरण का केस दर्ज किया गया था।
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स्वजनों ने जताई थी आशंका
25 दिन से अधिक बीत गया और लापता दोनों भाइयों का पता नहीं चल सका तो स्वजनों ने दोनों की खोजबीन शुरु की। 29 दिनों बाद 21 जुलाई को दोनों का कंकाल गरही के मनवा जंगल से पुलिस ने बरामद किया। इसके बाद स्वजनों ने सोनो निवासी प्रभाकर मंडल उर्फ पीर बाबा और दिवाकर मंडल के खिलाफ दोनों को अगवा कर हत्या करने का आरोप लगाया था।
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तीन दिन हिरासत में रहा था प्रभाकर
तीसरी पुलिस ने मुख्य आरोपी प्रभाकर मंडल उर्फ पीर बाबा को मुंबई से पकड़ कर तीन दिन तक पूछताछ कर छोड़ दिया। इसके बाद से लगातार पुलिस पर कई तरह के सवाल उठने लगे। अब घटना के करीब एक साल से अधिक का समय बीत चुका है, लेकिन अभी तक पीर बाबा को गिरफ्तार नहीं कर पाई है।
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कोट:-
प्रभाकर मंडल उर्फ पीर बाबा की गिरफ्तारी को लेकर कई स्थानों पर छापेमारी की गई है। कुर्की-जब्ती तक की कार्रवाई की जा चुकी है। गिरफ्तारी को लेकर उसके ठिकानों का पता लगाया जा रहा है।
डा. राकेश कुमार, एसडीपीओ, जमुई