लोकतंत्र में शासन के चाबुक से सहमे लोग
संवाद सहयोगी जमुई चार दिन बाद गणतंत्र दिवस है इसके पहले मुख्यालय के आंबेडकर चौक पर पुलिस के बिगड़े बोल और कार्यशैली ने गण के तंत्र की मर्यादा और सामुदायिक पुलिसिग की कवायद को तार तार कर गई।
फोटो 23 जमुई-2,3
-बिना हेलमेट युवक की कर दी गई पिटाई
-हेलमेट नहीं पहना तो खाना पड़ेगा थप्पड़
-अधिकार की बात की तो हो जाएगी कार्रवाई
संवाद सहयोगी, जमुई : चार दिन बाद गणतंत्र दिवस है, इसके पहले मुख्यालय के आंबेडकर चौक पर पुलिस के बिगड़े बोल और कार्यशैली ने गण के तंत्र की मर्यादा और सामुदायिक पुलिसिग की कवायद को तार तार कर गई। सुशासन की चाबुक से स्वशासन सहमा रहा। हेलमेट नहीं पहनने और सवाल पूछने का दंड युवक को गाली और थप्पड़ खाकर भुगतना पड़ा।
यह सब उस स्थल के समीप हुआ जहां संविधान निर्माता डा. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा है। अलबत्ता, ऐसी कई घटनाएं घटती है, लेकिन लोग देह झाड़कर निकल जाने में ही अपनी भलाई समझते हैं। इस घटना का वीडियो वायरल हो गया है। चर्चा भी शुरू हो गई और सामुदायिक पुलिसिग के वरीय अधिकारियों के निर्देश की औचित्य पर सवाल उठाया जाने लगा है। वायरल वीडियो में अधिकारी के इलेक्ट्रानिक वाहन चालक के लिए लाइसेंस की अनिवार्यता की जानकारी नहीं होना, बता रहा था कि पुलिस अधिकारी परिवहन नियम से कितने अंजान हैं। वीडियो में पीड़ित पुलिस से ज्यादती करने पर सवाल पूछ रहा है और पुलिस अधिकारी उस पर अभद्र व्यवहार का आरोप लगा रहे हैं, लेकिन मौजूद राहगीर इस बात से इन्कार कर रहे हैं। उस पर पुलिस अधिकारी इतने आक्रोशित हैं कि बिना हेलमेट का चालान काटने के बावजूद थाना ले जाने की बात कह रहे हैं। एक वीडियो में गाली गलौज करते थप्पड़ मारते हुए केस करने और पुलिस जवान उसे पकड़ कर मारने की धमकी देते नजर आ रहे हैं। बाद में पुलिस गाड़ी में युवक सहित एक अन्य को पकड़ कर ले जाने का वीडियो भी वायरल है। बताया जाता है कि लक्ष्मीपुर थाना क्षेत्र के मड़ैया का जितेंद्र सिंह इलेक्ट्रानिक स्कूटी से जा रहा था। आंबेडकर चौक पर पुलिस वाहन जांच कर रही थी। कई लोगों ने बताया कि जान की रक्षा के लिए हेलमेट जांच जरूरी समझा जा सकता है, लेकिन कागजात क्यों। वाहन जांच में पुलिस वाहन की जांच नहीं करती है बल्कि ट्रैफिक पुलिस की तरह कागजात की जांच करती है। आन डयूटी पुलिस अधिकारी मारपीट करने से इन्कार करते हुए बताया कि चालान मांगने पर युवक बदतमीजी करने लगा। सरकारी कार्य में बाधा डालने का प्रयास किया। जितेंद्र सिंह ने बताया कि वह हेलमेट का चालान भरने को तैयार था। पुलिस गाली देते हुए मारपीट करने लगी। साथ ही केस करने की धमकी देने लगे।
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कोट
मामले की जानकारी हुई है। जांच की जा रही है। जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।
डा. राकेश कुमार, एसडीपीओ, जमुई