लेनदेन के अभाव में बंद हो रहे जनधन खाते
जमुई। जनधन खाता खोलने के लिए प्रधानमंत्री के आह्वान पर बैंकों में लंबी कतार के बाद पैसा प्राप्त
जमुई। जनधन खाता खोलने के लिए प्रधानमंत्री के आह्वान पर बैंकों में लंबी कतार के बाद पैसा प्राप्त करने के चाह में लंबा इंतजार और गहरी शांति के बाद जब खातों में कोई लेनदेन नहीं हुआ तो बैंकों ने ऐसे खातों की खोजकर बंद करना प्रारंभ कर दिया। जमुई में भी विभिन्न बैंकों में लोगों ने जीरो बैलेंस पर हजारों की संख्या में जनधन खाते खुलवाए थे। अधिकांश लोगों को वादे प्रतिवादे के बीच इस बात का भरोसा था कि इस खाते में सरकार कुछ राशि डालेगी। इस चाहत में बड़ी संख्या में खातों में कोई लेनदेन लंबे समय से नहीं होने के कारण बैंक के नियमों के तहत खातों की जांच कर उसे बंद करने का काम प्रारंभ हो गया है और ऐसे कई खातों की पहचानकर उसे या तो बंद कर दिया गया या होल्ड पर रखा गया। इस बाबत पूछने पर भारतीय स्टेट बैंक के मुख्य शाखा जमुई के चीफ मैनेजर मनोज कुमार ने बताया कि जिन खातों में कुछ भी राशि जमा की गई है उसे बंद नहीं किया जा रहा है लेकिन बैंक के नियमों के मुताबिक छह महीनों से पूर्व खाता खुलवाने के बाद जिन खातों में कोई भी लेनदेन नहीं किया गया है उसे बंद किया जा रहा है। उधर यूनियन बैंक जमुई एवं अन्य बैंकों में भी ऐसे खाते बंद किए जाने की प्रक्रिया चल रही है। जिससे कैशलेस ट्रांसजेक्शन को बढ़ावा देने के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कवायद को झटका लग सकता है। जनधन खाते खोलने की घोषणा के बाद बैंकों में नोटबंदी की तरह भारी भीड़ उमड़ी थी और बैंक कर्मियों ने दिन-रात एक कर ऐसे जनधन खाते खोले थे।