इलाजरत कैदी की तबियत बिगड़ी, पटना रेफर
जमुई। सदर अस्पताल के कैदी वार्ड में इलाजरत एक कैदी की तबियत मंगलवार को अचानक बिगड़ गई। कैदी को सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. सैयद नौशाद अहमद ने जांच के बाद बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया गया।
जमुई। सदर अस्पताल के कैदी वार्ड में इलाजरत एक कैदी की तबियत मंगलवार को अचानक बिगड़ गई। कैदी को सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. सैयद नौशाद अहमद ने जांच के बाद बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया गया। बीमार कैदी झाझा प्रखंड के जामुखरैया गांव निवासी मु. इब्राहिम का पुत्र मु. सद्दाम है।
उसने बताया कि वह 17 दिन पहले बुखार और खांसी से पीड़ित होकर जेल से सदर अस्पताल स्थित कैदी वार्ड में शिफ्ट हुआ। चिकित्सक द्वारा टायफाइड बुखार की दवा दी गई थी। दवा खाने के बाद भी बुखार नहीं उतरा। उसने चिकित्सक पर आरोप लगाते हुए कहा कि साढ़े तीन महीने से गंभीर खांसी से पीड़ित होने के बावजूद चिकित्सक ने खांसी की दवा नहीं दी। खांसी से छाती और पेट में भी दर्द होने के बावजूद कैदी वार्ड के गार्ड द्वारा इलाज मे टाल-मटोल किया जाता रहा।
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टीबी का लक्षण मिलने पर किया गया रेफर :
अस्पताल उपाधीक्षक डॉ. सैयद नौशाद अहमद ने बताया कि जिस वक्त कैदी को भर्ती किया गया था, वह टायफाइड बुखार से पीड़ित था। जिसकी दवा दी गई थी। बुखार काफी हद तक ठीक हो गया। कैदी को खांसी होने की वजह से एक्स-रे और बलगम की जांच की गई, जिसमें टीबी के लक्षण का पता चल रहा है। इस वजह से कैदी को बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर किया गया। बताते चलें कि मु. सद्दाम चार महीने से निशा हत्याकांड में जेल में है।