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तीन लाख की आबादी पर तीन चिकित्सक

जमुई। स्वस्थ समाज और स्वस्थ जीवन के लिए स्वस्थ स्वास्थ्य सुविधा आवश्यक अवयव है। बेहतर स्वास्थ्य सुविधा के लिए सरकार प्रयासरत भी है लेकिन चकाई प्रखंड में सुविधा का हाल इसकी गंभीरता को आईना दिखा रहा है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 22 Oct 2021 07:06 PM (IST)Updated: Fri, 22 Oct 2021 07:06 PM (IST)
तीन लाख की आबादी पर तीन चिकित्सक
तीन लाख की आबादी पर तीन चिकित्सक

जमुई। स्वस्थ समाज और स्वस्थ जीवन के लिए स्वस्थ स्वास्थ्य सुविधा आवश्यक अवयव है। बेहतर स्वास्थ्य सुविधा के लिए सरकार प्रयासरत भी है, लेकिन चकाई प्रखंड में सुविधा का हाल इसकी गंभीरता को आईना दिखा रहा है।

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मुख्यालय स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रखंड के लगभग तीन लाख की आबादी की स्वास्थ्य सुविधा निर्भर है। आठ कमरे के अस्पताल भवन की स्थिति बेहतर नहीं है। यहां प्रतिदिन औसतन सौ से अधिक मरीज इलाज के लिए आते हैं। शुक्रवार की दोपहर दो बजे के करीब ओपीडी की ड्यूटी पर तैनात डा. मनीष कुमार के बारे में बताया गया कि वे खाना खाने गए है। दंत रोग वार्ड में ताला लगा था। अस्पताल के मुख्य हाल में मेडिकल सामग्री अव्यवस्थित तरीके से रखी थी। रोगी वार्ड में भी मेडिकल का सामान रखा हुआ था। कोरोना जांच का एंटीजन किट का कचरा खुले स्थान पर पड़ा था। अस्पताल के बाहर मरीजों के हाथ धोने के लिए लगे नल में पानी नहीं था। शौचालय में ताला लगा था। अस्पताल का नाला खुला था। जिससे बदबू उठ रही थी। अस्पताल में पेयजल एवं महिला शौचालय की कमी दिखी। इलाज कराने आए ठाड़ी पंचायत के लकरा गांव के मुंशी हांसदा ने बताया कि वे टीवी के मरीज हैं, दवा लेने आए हैं। दवा लेकर घर जा रहे हैं। रामचंद्रडीह के बुलू तूरी बुखार का इलाज कराने आए थे। अस्पताल में चहारदीवारी नहीं रहने से आवारा पशुओं का बसेरा बना है। अस्पताल के सामने की जमीन पर कई दुकानें संचालित थे। अस्पताल कर्मियों ने बताया कि अस्पताल के पुराने भवन के समीप क्वार्टर आवंटित है जो पांच सौ मीटर दूर है। कुछ कर्मी किराए पर डेरा लेकर रहते हैं। प्रखंड की आबादी के अनुपात में चिकित्सकों की संख्या काफी कम है। पिछले कई सालों से चिकित्सकों की संख्या यथावत है। मरीजों को दवा मिलती है। चिकित्सकों द्वारा लिस्ट में उपलब्ध दवा ही लिखी जाती है। बाहर से दवा लेने की जरूरत नहीं पड़ती है। अस्पताल के कर्मियों ने नियमित सफाई होने की बात कही, लेकिन साफ-सफाई की स्थिति चुगली कर रही थी। बताया कि पर्याप्त संख्या में सफाई कर्मी उपलब्ध है।

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स्वास्थ्य सुविधा एक नजर में

डाक्टर-- 3

नर्स ए ग्रेड-- 4

क्लर्क --1

चतुर्थवर्गीय कर्मचारी--6

फार्मासिस्ट--1

एंबुलेंस--- दो

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कोट

अस्पताल में आने वाले मरीजों को बेहतर सुविधा दी जाती है। इसके लिए टीम भावना के तहत मिलकर कार्य किया जाता है। अस्पताल के नए भवन के निर्माण के लिए विभाग को कई बार पत्राचार किया गया है लेकिन अब तक इस दिशा में कोई आवश्यक कार्रवाई नहीं हुई है।

उपेंद्र चौधरी, अस्पताल प्रबंधक, चकाई


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