नए कैदियों के लिए जेल में नो-इंट्री
जमुई। कोरोना संक्रमण के वैश्विक महामारी को देखते हुए कैदियों की सुरक्षा को लेकर जेल आइजी ने कई अहम आदेश जारी किए हैं।
जमुई। कोरोना संक्रमण के वैश्विक महामारी को देखते हुए कैदियों की सुरक्षा को लेकर जेल आइजी ने कई अहम आदेश जारी किए हैं। बिहार में कुल 12 जेलों को स्पेशल जेल बनाया गया है। जिसमें नए कैदियों को रखा जाएगा। जमुई में स्पेशल जेल नहीं होने की वजह से नए कैदियों को मुंगेर स्पेशल जेल भेजे जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
जेल प्रशासन द्वारा कोरोना संक्रमण को देखते हुए स्पेशल जेल की सुविधा को बढ़ाया गया है, जहां कैदियों की स्क्रीनिग के साथ-साथ कोरोना जांच की भी व्यवस्था की जाएगी। कैदियों के लिए अलग वार्ड और शारीरिक दूरी का भी पालन कराया जाएगा। इसके अलावा जमुई में अस्थायी जेल का भी निर्माण कराया जा रहा है। जिसको लेकर जेल आइजी ने जिलाधिकारी धर्मेन्द्र कुमार को पत्र भेजा है। उसके बाद स्थल का भी चयन कर लिया गया है। जिसकी अवधि फिलहाल 30 जून तक रहेगी। सदर प्रखंड के मनियड्डा गांव स्थित निर्माणाधीन जेल में ही अस्थायी जेल का निर्माण कराया जा रहा है। विभागीय आदेश के बाद कैदियों को रखने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। जेल अधीक्षक अरुण कुमार ठाकुर ने बताया कि वर्तमान में जेल में कैदियों की संख्या करीब ढाई सौ के आसपास है, जबकि इस जेल की क्षमता 188 की है। उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए पूर्व में जमुई जेल से भार कम किया गया था। तकरीबन 200 कैदियों को शेखपुरा और लखीसराय जेल में शिफ्ट किया गया था। इसके बावजूद कैदियों के लगातार दवाब को लेकर शारीरिक दूरी का पालन संभव नहीं हो पा रहा था। उन्होंने बताया कि नए कैदियों के आने से पुराने कैदियों को परेशानी न हो, इसके लिए विभाग द्वारा विभिन्न जिलों के साथ-साथ जमुई में भी 30 जून तक के लिए अस्थायी जेल बनाने का निर्देश दिया गया है। हालात के अनुसार इसकी अवधि बढ़ाई भी जा सकती है। अस्थायी जेल का कार्य पूरा होने वाला है। फिलहाल, पांच नए कैदियों को स्पेशल जेल मुंगेर भेजा गया है। विभाग के आदेश के बाद नए कैदियों के लिए जेल में नो-इंट्री लगा दी गई है। विभागीय आदेश के बाद अस्थायी जेल तैयार होने के बाद नए कैदियों को यहां रखा जाएगा। यहां नए कैदियों के लिए विशेष व्यवस्था होगी साथ ही क्वारंटाइन की भी सुविधा होगी।
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कोट
संक्रमण से सुरक्षा को लेकर जेल में बदलाव के लिए पत्र आया है। विभागीय आदेश के बाद अस्थायी कारा का निर्माण कराने के लिए जेल अधीक्षक को निर्देशित किया गया है। कैदियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी जेल अधीक्षक को सौंपी गई है।
- धर्मेन्द्र कुमार, जिलाधिकारी, जमुई।