अपनी तारीफ के लिए सरकार भी करती है झूठा मुकदमा, हुआ खुलासा
अपना श्रेय लेने के लिए सरकार भी बाल विवाह के खिलाफ झूठी रिपोर्ट लिखवा लेती है। इसका खुलासा जमुई में हुआ जिसमें खोजबीन करने पर पता चला कि झूठी रिपोर्ट थी।
जमुई [अरविंद कुमार सिंह]। बाल विवाह के खिलाफ कानूनी डंडा चलाने का श्रेय लेने की होड़ में जिला प्रशासन के निर्देश पर बीडीओ ने थाने में झूठी रिपोर्ट लिखवा दी। जागरण की पड़ताल में इसका खुलासा हुआ।
दरअसल 10 जनवरी को रूपा की शादी होने की बात बताकर उसके परिवार के खिलाफ खैरा थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई और यह दावा किया गया कि प्रशासन की सक्रियता से रूपा बाल विवाह से बच गई।
हकीकत यह है कि रूपा पांच वर्ष पहले ही ब्याही जा चुकी थी। दस जनवरी को उसके दुरागमन की रस्म पूरी की जा रही थी। शैक्षणिक प्रमाण-पत्र के हिसाब से रूपा के बालिग होने में अभी कुछ वक्त शेष है। इसी साल 10 जनवरी को रूपा की ननिहाल गंगटी विशनपुर गांव से दुरागमन (गौना) की रस्म पूरी की जा रही थी।
किसी ने 181 नंबर पर फोन कर बाल विवाह की सूचना दे दी। आनन-फानन खैरा के बीडीओ एवं थानाध्यक्ष के विशनपुर पहुंचते ही पूरे कार्यक्रम पर विराम लग गया।
इस मामले में बीडीओ संजीव कुमार झा के आवेदन पर खैरा थाना में रूपा के परिवारवालों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई। साथ ही प्रशासन ने रूपा को बाल विवाह से बचाने की वाहवाही लूट ली। खैरा प्रखंड के तिलेर गांव निवासी मनोज यादव की सबसे बड़ी बेटी रूपा की शादी पांच वर्ष पूर्व 2013 में खैरा प्रखंड के ही सवैयजोर गांव निवासी नरेश यादव के पुत्र पिंटू यादव से हुई थी।
रूपा के नाना मनभरण यादव व मामा मंटू यादव बताते हैं कि जिस समय रूपा की शादी हुई थी, उस समय उन्हें यह जानकारी नहीं थी कि बाल विवाह अपराध है। किसी ने दुश्मनी निकालने के लिए पांच वर्ष बाद झूठी शिकायत कर दी।
रूपा के पैतृक गांव तिलेर निवासी बच्चू राम और अनिल दुबे बताते हैं कि अब रूपा सयानी हो चुकी है। ससुराल पक्ष के आग्रह पर 10 जनवरी को उसका गौना किया जा रहा था। पिता मनोज यादव ने बताया कि अज्ञानतावश सर्टिफिकेट में लड़की की उम्र कम हो गई। शारीरिक रूप से भी रूपा अब बालिग है।
उन्होंने बताया कि जन्म टीपण को मानने के लिए बीडीओ साहब तैयार नहीं हैं। मामले में थानाध्यक्ष दलजीत झा कहते हैं कि अब 10 जनवरी को रूपा का दुरागमन होने की बात ही सामने आ रही है। वहीं, बीडीओ ने बताया कि टोल फ्री नंबर 181 पर किसी ने शिकायत की थी।
इस बाबत डीएम डॉ कौशल किशोर के निर्देश के आलोक में कार्रवाई की गई। 10 जनवरी को दुरागमन हो रहा था। इस लिहाज से भी बाल विवाह कानून का मामला बनता है। इसलिए प्राथमिकी दर्ज कराई गई।