मां एवं पत्नी का रो-रो कर था बुरा हाल
जमुई। आंगनबाड़ी के छत से कांग्रेस का शव नीचे उतारते ही उसकी मां ललिता देवी एवं पत्नी बभनी देवी शव से लिपटकर दहाड़ मारकर रोने लगी।
जमुई। आंगनबाड़ी के छत से कांग्रेस का शव नीचे उतारते ही उसकी मां ललिता देवी एवं पत्नी बभनी देवी शव से लिपटकर दहाड़ मारकर रोने लगी। पत्नी बार-बार रट लगा रही थी कि कई बार अपराध छोड़ने को कहा, लेकिन नहीं सुनी। शादी को 14 साल हो गए, हमारी गोद नहीं भरा और आज अकेले छोड़कर चला गया। न घर है, न खाने का ठिकाना किसके भरोसे रहेंगे। इधर मां की सिसकी में दुख और घुटन था। मां ने कहा कि हमरा बेटा एक साल से सुधर गया था। जब गलत था तो कोई छू भी नहीं सका आज जब गलत संगत छोड़ दिया तो मार दिया। बाप आज भी कोलकाता में मजदूरी करता है। घर टूटा-फूटा है। अपराधी रहता तो घर के ऐसे हालात नहीं होते। जान बचाने के लिए भागते रहता था। पुलिस एक बार नासिक से उसे पकड़ कर लाई थी। अभी जमानत पर बाहर था। कल भी हमने कहा था कि रात में मत रूको। अगर हमारी बात मान लेता तो बच जाता।