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मजदूरों की कमी से धान कटनी कार्य प्रभावित

जमुई। जिले के खैरा प्रखंड क्षेत्र में मजदूरों की कमी के कारण खेतों में पक कर तैयार धान फसल की कटनी नहीं हो पा रही है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 31 Oct 2020 05:14 PM (IST)Updated: Sat, 31 Oct 2020 05:14 PM (IST)
मजदूरों की कमी से धान कटनी कार्य प्रभावित
मजदूरों की कमी से धान कटनी कार्य प्रभावित

जमुई। जिले के खैरा प्रखंड क्षेत्र में मजदूरों की कमी के कारण खेतों में पक कर तैयार धान फसल की कटनी नहीं हो पा रही है। किसान कहते हैं कि अग्रिम वेराईटी की फसल कटनी नहीं होने के चलते झुलसने लगी है। कटनी में विलंब होने का मुख्य कारण इलाके से बड़े पैमाने पर मजदूरों का पलायन होना है।

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कोरोना महामारी के कारण लगे लॉकडाउन के दौरान जैसे-तैसे दूसरे प्रदेशों के ईट भट्टों पर काम करने वाले मजदूर घर आ गए थे। भादो में रोजगार की किल्लत हुई तो गांव-टोलों में घूम रहे मजदूरों को ठीकेदारों से अग्रिम राशि लेना मजबूरी हो गई। फलत: सितंबर के अंतिम सप्ताह से रोजगार के लिए मजदूरों का पलायन शुरू हो गया। अब हालत यह है कि गिने-चुने मजदूरों के भरोसे ही किसानों की धान कटनी होनी है। घनबेरिया गांव के किसान कुंदन सिंह, किशोरी सिंह, केदार सिंह एवं बड़ीबाग के प्रेम यादव, दिलीप मोदी आदि कहते हैं कि अगर समय पर धान की कटनी नहीं हुई तो निर्धारित समय पर रबी की बोआई नहीं हो पाएगी। इधर, क्षेत्र के लोगों का कहना है कि सरकार को मजदूरों का पलायन रोकने के लिए स्थाई तौर पर रोजगार की व्यवस्था करनी चाहिए। सिर्फ मनरेगा के भरोसे पलायन नहीं रुक सकता।


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