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जमुई में एतवारी हत्याकांड में जिला पार्षद गिरफ्तार, झारखंड में ली थी शरण

आखिरकार चार माह बाद एतवारी मियां हत्याकांड में रेल पुलिस ने मुख्य आरोपित जिला पार्षद मु. अब्दुल क्यूम को गिरफ्तार कर लिया।

By JagranEdited By: Published: Fri, 16 Jul 2021 06:16 PM (IST)Updated: Fri, 16 Jul 2021 06:16 PM (IST)
जमुई में एतवारी हत्याकांड में जिला पार्षद गिरफ्तार, झारखंड में ली थी शरण
जमुई में एतवारी हत्याकांड में जिला पार्षद गिरफ्तार, झारखंड में ली थी शरण

जमुई। आखिरकार चार माह बाद एतवारी मियां हत्याकांड में रेल पुलिस ने मुख्य आरोपित जिला पार्षद मु. अब्दुल क्यूम को गिरफ्तार कर लिया। अब्दुल की गिरफ्तारी गुरुवार को जमुई कचहरी चौक से हुई है।

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उक्त मामले में अब तक तीन आरोपितों की गिरफ्तारी हो चुकी है, जबकि चार आरोपित अब पुलिस की पकड़ से दूर हैं। रेल थानाध्यक्ष अनिल कुमार ने बताया कि जिला पार्षद को गिरफ्तार करने के लिए रेल पुलिस लगातार छापेमारी कर रही थी लेकिन आरोपित झारखंड में शरण ले रखी था। गुरुवार को आरोपित जिला पार्षद के जमुई न्यायालय परिसर में घूमने की सूचना पर रेल पुलिस की विशेष टीम ने जिला पार्षद को कचहरी चौक के पास से गिरफ्तार कर लिया, जिसे पूछताछ के बाद जेल भेज दिया गया। थानाध्यक्ष ने बताया कि जिला पार्षद का पुत्र सरफराज भी आरोपित है जिसकी पुलिस को तलाश है। इसके पहले दो अन्य आरोपित रजला गांव के बासदेव तुरी एवं मुक्का यादव को जेल भेजा जा चुका है। बताया जाता है कि क्यूम एवं एतवारी मियां के बीच पूर्व से भूमि का विवाद चल रहा था। इस बीच 21 फरवरी को मु जसीम उर्फ एतवारी मियां की हत्या कर दी गई जिसकी सिरकटी लाश 22 फरवरी को रेलवे ट्रैक से रजला हाल्ट के पास बरामद की गई थी। दो दिन बाद यानि 24 फरवरी को लाहावन रेलवे फाटक के समीप से एतवारी का अधजला सिर बरामद किया गया था। इस मामले में पत्नी शहनाज खातुन ने जिला पार्षद समेत सात लोगों के विरूद्ध मामला दर्ज कराया था। उसने कहा कि वारदात से पन्द्रह दिन पहले जिला पार्षद अब्दूल क्यूम एवं उनके पुत्र ने एतवारी मियां को हत्या की धमकी दी थी। 21 फरवरी की रात अपनी दुकान में एतवारी मियां ने चार लोगों के साथ पार्टी किया। उसी दौरान अपराधियों ने एतवारी मियां को गायब कर दिया। दूसरे दिन सुबह रजला रेलवे हाल्ट के रेलवे लाइन पर एतवारी मियां का सिरकटा शव बरामद हुआ। जबकि एतवारी का सिर दो दिन के बाद लहावन रेलवे फाटक के पास अधजला अवस्था में बरामद हुआ। इस मामले में जिला पार्षद ने अपने आपको निर्दोष बताया है। साजिश के तहत हत्याकांड में फंसाने का आरोप लगाया है। बता दें कि अब्दुल जदयू के बड़े नेताओं में शुमार रहे हैं तथा विधायक दामोदर रावत के भी निकटतम माने जाते हैं।


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