दो दर्जन विद्यालयों में चापाकल खराब, छात्र प्रदर्शन को मजबूर
संवाद सूत्र झाझा (जमुई) प्रखंड के दर्जनों विद्यालयों के बचे इन दिनों पेयजल की समस्या से जूझ रहे हैं। नल जल योजना की स्थिति भी अछी नहीं है। हालत यह है कि बचों को पानी के लिए प्रदर्शन करना पड़ रहा है। प्राचार्य बाजार से खरीदकर पानी की व्यवस्था कर रहे हैं।
फोटो- 28 जमुई- 13
- विद्यालय प्रधान पानी खरीद कर बनवा रहे मध्याह्न भोजन
- बीईओ ने पीएचईडी एवं विभाग को लिखा पत्र
संवाद सूत्र, झाझा (जमुई): प्रखंड के दर्जनों विद्यालयों के बच्चे इन दिनों पेयजल की समस्या से जूझ रहे हैं। नल जल योजना की स्थिति भी अच्छी नहीं है। हालत यह है कि बच्चों को पानी के लिए प्रदर्शन करना पड़ रहा है। प्राचार्य बाजार से खरीदकर पानी की व्यवस्था कर रहे हैं।
गुरुवार को उत्क्रमित मध्य विद्यालय करमा (करहरा) के बच्चों ने पानी के लिए विद्यालय परिसर में प्रदर्शन किया। मध्याह्न भोजन एवं पेयजल के लिए विद्यालय के प्राचार्य शिवेश झा 20 लीटर के 10 जार खरीदकर लाए। प्राचार्य ने बताया कि मई में ही पीएचईडी विभाग के कनीय अभियंता को चापाकल खराब होने की सूचना दी गई थी, लेकिन अब तक कार्य नहीं हुआ। बीच में मध्याह्न भोजन का चावल उपलब्ध नहीं रहने के कारण मध्याह्न भोजन बंद था। इस बीच बच्चे घर से लाकर या गांव में जाकर प्यास बुझा रहे थे। 10 दिन पूर्व विद्यालय को चावल उपलब्ध होने से मध्याह्न भोजन चालू हुआ है। विद्यालय में पानी नहीं रहने के कारण भोजन बनाने में काफी परेशानी हो रही है। गुरुवार को बच्चों का सब्र का बांध टूट गया और प्रदर्शन करने लगे। विद्यालय में 400 बच्चे नामांकित हैं। विद्यालय में दो चापाकल लगा है। जिसमें एक चापाकल खराब हुआ है। दूसरे से दूषित पानी निकल रहा है। बच्चों ने कहा कि कई माह से विद्यालय का चापाकल खराब पड़ा हुआ है। पानी के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जल्द इस ओर कोई ठोस कदम उठाया जाए, अन्यथा बाध्य होकर सड़क पर उतरेंगे।
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कोट
प्रखंड के कई स्कूलों में पानी की समस्या है। कई में बच्चे दूषित पानी पीने को मजबूर हैं। इसकी सूची तैयार कर डीईओ एवं पीएचईडी को पत्र लिखा जाएगा।
महेंद्र प्रसाद, बीईओ