12 दिन में 186 कंटेनमेंट जोन, आक्रमक बना है संक्रमण
जमुई। जिले में महज 12 दिन में 186 माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं। कंटेनमेंट जोन की यह रफ्तार संक्रमण की गति को दर्शा रहा है।
जमुई। जिले में महज 12 दिन में 186 माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं। कंटेनमेंट जोन की यह रफ्तार संक्रमण की गति को दर्शा रहा है। जिले का कोई भी प्रखंड संक्रमण से अछूता नहीं है। लिहाजा सभी प्रखंडों में माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाया जा चुका है। यह आंकड़ा 17 अप्रैल तक का है।
इसके बाद भी कई कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं। कंटेनमेंट की संख्या संक्रमण के रफ्तार और हमारी लापरवाही को दर्शा रहा है। यद्यपि स्वास्थ्य विभाग द्वारा कंटेनमेंट जोन में सघन टेस्ट किए जाने का दावा किया जा रहा है। बावजूद कंटेनमेंट जोन को फिलवक्त सील नहीं किए जाने की बात सामने आई है। बताया जाता है कि एक-दो में सील करने की कवायद शुरू होगी।
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जमुई में सबसे अधिक कंटेनमेंट जोन
सदर प्रखंड में सबसे अधिक कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं। इसके बाद दूसरा नंबर झाझा प्रखंड का है। ग्रामीण क्षेत्र में खैरा अव्वल है। यह जिलास्तर पर तीसरे नंबर पर है जबकि सोनो चौथे नंबर पर है। जमुई शहर में शायद ही कोई मुहल्ला बचा हो जो संक्रमण की पहुंच से बाहर हो। जमुई के हालात इसी से समझा जा सकता है कि जमुई में झाझा से दोगुना से अधिक कंटेनमेंट जोन बनाया गया है।
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कंटेनमेंट जोन में आठ हजार से अधिक लोगों पर खतरा
इन कंटेनमेंट जोन में आठ हजार 570 लोग रहते हैं। इन पर भी संक्रमण का ज्यादा खतरा मंडरा रहा है। लिहाजा स्वास्थ्य विभाग ने सघन कोरोना जांच चला रखी है। इसके लिए अलग से कोषांग का भी गठन किया गया है। अब तक 2500 से अधिक लोगों की जांच की गई।
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कंटेनमेंट जोन प्रखंडवार
प्रखंड-------संख्या
जमुई -------70
झाझा--------32
खैरा---------24
सोनो--------16
सिकंदरा-----6
अलीगंज-----7
चकाई-------6
गिद्धौर------7
बरहट-------7
लक्ष्मीपुर---11