इस महीने 60,000 गोल्डन कार्ड बनाने का डीएम ने दिया लक्ष्य
जमुई। आयुष्मान भारत के तहत गोल्डन कार्ड बनाने की धीमी प्रगति पर जिलाधिकारी ने गहरी नाराजग
जमुई। आयुष्मान भारत के तहत गोल्डन कार्ड बनाने की धीमी प्रगति पर जिलाधिकारी ने गहरी नाराजगी व्यक्त की है। उन्होंने इस माह के आखरी दिन तक 60 हजार गोल्डन कार्ड बनाने का लक्ष्य पूर्ण कर लेने की सख्त हिदायत दी है। उन्होंने पिछले सप्ताह 9460 गोल्डन कार्ड बनाए जाने तथा 24380 लाभार्थियों का अभिलेख अपलोड किए जाने पर असंतोष व्यक्त करते हुए कहा कि 8,43,167 कार्ड बनाने के लक्ष्य के विरुद्ध मात्र 47,321 कार्ड तैयार होना काफी शर्मनाक स्थिति परिलक्षित करता है।
उन्होंने कार्य के प्रति लापरवाह 41 बीएलई के विरुद्ध भी रिपोर्ट स्वास्थ्य समिति के समक्ष समर्पित करने का निर्देश सीएसपी के जिला समन्वयक को दिया है। साथ ही लापरवाह कर्मियों यथा आशा फेसिलेटर, आशा, बीएचएम, बीसीएम सहित अन्य के विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई को लेकर विस्तृत प्रतिवेदन तैयार करने का निर्देश सिविल सर्जन को जिलाधिकारी ने दिया है। उन्होंने टीकाकरण में निराशाजनक उपलब्धि के लिए भी कई चिकित्सा पदाधिकारियों को फटकार लगाई है। पुरुष बंध्याकरण अभियान, बायो वेस्ट मैनेजमेंट के अलावा मिशन इंद्रधनुष तथा वैलनेस सेंटर पर समुचित सुविधा मुहैया कराने का भी निर्देश दिया है। उन्होंने सोनो, चकाई, बरहट और गिद्धौर अस्पताल में मरीजों को खाना नहीं दिए जाने को लेकर भी संबंधित अधिकारियों व अन्य की क्लास लगाई। इस दौरान डीएम ने स्वास्थ संस्थानों में इंफेक्शन कंट्रोल एवं बायोवेस्ट मैनेजमेंट की समीक्षा की। संस्थानों में बायोवेस्ट का वर्गीकरण एवं सफाई कार्य में लगे हुए कर्मियों का प्रशिक्षण नहीं कराए जाने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए सभी सरकारी एवं निजी संस्थानों में बायोवेस्ट मैनेजमेंट नियम 2016 के प्रावधानों का पालन सुनिश्चित कराने को कहा है। बैठक में सिविल सर्जन डॉ. श्याम मोहनदास, स्वास्थ्य प्रबंधक सुधांशु लाल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।