कागजात उपलब्ध नहीं करने वाले विभागों के अधिकारी पर होगा केस दर्ज
जमुई। पुलिस अनुसंधान की गति किसी भी विभाग की लापरवाही के कारण प्रभावित होना बर्दाश्त नहीं
जमुई। पुलिस अनुसंधान की गति किसी भी विभाग की लापरवाही के कारण प्रभावित होना बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उक्त बातें पुलिस अधीक्षक इनामुल हक मेंगनू ने झाझा थाना में कही।
उन्होंने कहा कि थाने में अधिकांश कांडों का निष्पादन चिकित्सक या आरटीओ द्वारा कागजात उपलब्ध नहीं कराए जाने के कारण नहीं हो पा रही है। कई बार पुलिस-प्रशासन द्वारा जांच प्रतिवेदन की मांग भी की जाती है। बावजूद इन विभागों द्वारा कागजात उपलब्ध नहीं कराया जाता है। ऐसे लोगों के विरुद्ध भी कानून में जगह है। उन्होंने थानाध्यक्ष को निर्देश देते हुए कहा कि अनुसंधान में जो चिकित्सक या एमवीआइ रिपोर्ट नहीं देते हैं वैसे लोगों के विरुद्ध थाना में मामला दर्ज करें, क्योंकि न्यायालय में समय पर केस संबंधी कागजात नहीं पहुंचने पर पुलिस को फटकार सुननी पड़ती है।
इस दौरान केशौपुर गांव के बैजू माली एवं उनकी पत्नी मंजू देवी ने जमीनी विवाद में हुए मारपीट मामले में पुलिस द्वारा कोई कदम नहीं उठाए जाने की शिकायत की। पीड़ित ने बताया कि 24 अक्टूबर को गांव के नेपाली माली एवं बमबम माली ने कुदाल एवं रॉड से पति-पत्नी को बुरी तरह से घायल कर दिया था पर पुलिस मामले की जांच करने गांव भी नहीं पहुंची। जिस पर पुलिस अधीक्षक ने अनुसंधानकर्ता को कड़ी फटकार लगाई। इस दौरान बाराजोर गांव के मृतक मो. अब्दुल कलाम के पिता हाजी मो. तजुमल हुसैन, मां खतीजा खातुन, पत्नी अबमदी खातुन, भाई अनबर अंसारी ने पुलिस अधीक्षक से जल्द हत्यारे की गिरफ्तारी की मांग की।