जमुई में शहर से लेकर गांव तक रहा उत्सवी माहौल, उगते सूर्य को अर्घ्य के साथ छठ पर्व संपन्न
शहर से लेकर गांव तक छठ पूजा के दौरान उत्सवी माहौल रहा। गुरुवार को उदीयमान सूर्य को अर्ध्य देने के साथ ही चार दिवसीय छठ पर्व संपन्न हो गया। इससे पहले छठ व्रतियों ने बुधवार की शाम अस्ताचलगामी सूर्य को अर्ध्य अर्पित किया।
जमुई। शहर से लेकर गांव तक छठ पूजा के दौरान उत्सवी माहौल रहा। गुरुवार को उदीयमान सूर्य को अर्ध्य देने के साथ ही चार दिवसीय छठ पर्व संपन्न हो गया। इससे पहले छठ व्रतियों ने बुधवार की शाम अस्ताचलगामी सूर्य को अर्ध्य अर्पित किया। छठ घाटों पर व्रतियों के अलावा परिवार के सदस्यों के भीड़ उमड़ी रही। इस दौरान बच्चों में काफी उत्साह देखा गया। कई लोगों ने घरों में ही पूजा-अर्चना की। महिलाएं छठ गीत गा रही थी। पूजा संपन्न होने के बाद प्रसाद का वितरण किया गया।
इन घाटों पर उमड़ा सैलाब
शहर के हनुमान घाट, त्रिपुरारी घाट, गरसंडा घाट, कल्याणपुर घाट पर उगते सूर्य को अर्ध्य देने के लिए व्रतियों एवं श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। घाटों पर सुरक्षा को लेकर पुख्ता इंतजाम किया गया था। इसके अलावा एसडीएम अभय कुमार तिवारी, एसडीपीओ डा राकेश कुमार तथा थानाध्यक्ष चंदन कुमार घाटों पर विशेष नजर बनाए हुए थे। अर्ध्य देने कोई पैदल तो कोई वाहन से पहुंचा घाट
छठ पर्व के प्रति लोगों का उत्साह देखते ही बन रहा था। शहर के प्रमुख घाटों पर अर्ध्य देने के लिए श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। इस दौरान घाटों पर छठ की अलोकिक छठा के साथ विहंगम ²श्य देखने को मिला। लंबी दूरी तय कर कोई पैदल तो कोई वाहन से अर्ध्य देने के लिए घाट पर पहुंचे थे। मदद के लिए आगे आए लोग
छठ पर्व के दौरान व्रतियों की सेवा के लिए कई समितियों के सदस्य लगे रहे। नदी किनारे बने घाट से लेकर आहर एवं तालाबों पर सजे छठ घाट पर कई समितियों ने व्रतियों की सेवा की। समितियों द्वारा व्रतियों के स्वागत में भव्य तोरण द्वार बनाए गए थे। घाट की साज-सज्जा के अलावा लाइटिग का इंतजाम किया गया था।
-- सिमुलतला : लोक आस्था का महापर्व छठ अस्ताचलगामी एवं उदीयमान सूर्य को अर्घ्य अर्पण करने के साथ संपन्न हो गया। रेलवे तालाब, टेलवा बाजार, बडुआ नदी घाट में पर्व को लेकर भव्य आयोजन स्थानीय पूजा समितियों द्वारा किया गया था। टेलवा बडुआ नदी घाट में स्थानीय पूजा कमेटी द्वारा भगवान भास्कर की प्रतिमा स्थापित कर विधि-विधान पूर्वक पूजा-अर्चना की गई। घाट की विशेष साफ-सफाई के अलावा पूरे घाट को दूधिया रोशनी से सजाया गया था। छठव्रतियों द्वारा बुधवार की शाम को अस्ताचलगामी एवं दूसरे दिन गुरुवार की सुबह उदीयमान सूर्य को अर्घ्य अर्पण किया गया। इसके अलावा लाहाबन, फतेहपुर, कल्याणपुर, गादी टेलवा, पांडेडीह-ढोढरी, सियांटांड, खुरंडा, नागवे, लीलावरन, तिलौना आदि गांवों के नदी, जोर एवं अन्य जल सरोबरों में छठ पूजा का आयोजन किया गया था। प्रशासन ने पुख्ता इंतजामात किया था। पांच घाटों पर दंडाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई थी। अंचलाधिकारी झाझा श्रीनिवास एवं थानाध्यक्ष जितेंद्र कुमार खुद इसकी मानीटरिग कर रहे थे। -- सोनो : लोक आस्था एवं सूर्य उपासना का महापर्व छठ गुरुवार को उगते सूर्य के अर्घ्य के साथ ही संपन्न हो गया। चार दिवसीय इस महापर्व के चौथे और अंतिम दिन व्रतियों ने पारण कर 36 घंटे का निर्जला उपवास समाप्त किया। गुरुवार को बड़ी संख्या में छठव्रती सवेरे विभिन्न छठ घाटों पर पहुंचे तथा स्नान कर भगवान भास्कर की आराधना में लीन हो गए। सूर्य के उगते ही अर्घ्य देकर भगवान भास्कर की पूजा-अर्चना की तथा अपने सगे-संबंधियों व स्वजनों के लिए आशीर्वाद मांगा। विभिन्न छठ घाटों पर बच्चों ने जमकर आतिशबाजी भी की। दूसरी ओर छठ पर्व को लेकर प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद दिखा। -- खैरा : प्रखंड में लोक आस्था का महापर्व छठ उल्लासपूर्ण वातावरण में गुरुवार को संपन्न हो गया। गिद्धेश्वर, बरनार, बुनबुनी, खुखनर, खैरा, घनबेरिया, बड़ीबाग आदि छठ घाटों पर छठ व्रतियों ने अस्ताचलगामी व उदीयमान सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया और छठ माई से अपनी मनोकामना की इच्छा की। छठ पूजा को लेकर स्थानीय प्रशासन द्वारा घाटों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। -- गिद्धौर : प्रखंड में लोक आस्था का महापर्व छठ हर्षोल्लास के साथ भगवान भास्कर को अर्घ्य अर्पण कर मनाया गया। पर्व के दौरान दौरान प्रखंड क्षेत्र के उलाय, नागी-नकटी, आंजन एवं कटहरा नदी के अलावा विभिन्न तालाब, पोखर, तट सहित अन्य कई घाटों पर पहुंचकर छठ व्रतियों ने भगवान भास्कर को अर्घ्य देकर स्वजनों के सुख-समृद्धि व मंगलमय जीवन की कामना की। दुर्गा मंदिर घाट, राजमहल घाट, कलाली घाट सहित अन्य कई घाटों पर हजारों श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। -- बरहट : उगते सूर्य को अर्घ्य के साथ लोक आस्था का महापर्व छठ गुरुवार को संपन्न हो गया। श्रद्धालुओं ने प्रखंड के विभिन्न नदी घाटों पर उगते सूर्य को अर्घ्य दिया। इस दौरान घाटों पर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा रहा। लोग हर्षोल्लास के साथ माथे पर डलिया लेकर घाट पहुंचे। व्रतियों की सुविधा के लिए घाट के दोनों तरफ लाइटिग की व्यवस्था की गई थी। बता दें कि कदम घाट मलयपुर, पत्नेश्वर घाट, बरियारपुर नदी घाट, कटौना नदी घाट सहित विभिन्न घाटों में बड़ी संख्या में छठव्रती अपने परिवार के साथ पहुंचे और भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया। सभी घाटों पर सुरक्षा-व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम थे। -- अलीगंज : लोक आस्था व विश्वास तथा अध्यात्म का महापर्व छठ गुरुवार को प्रखंड क्षेत्र में हर्षोल्लास संपन्न हो गया। छठ घाट पर उदीयमान सूर्य को छठव्रतियों ने अर्घ्य देकर समाज तथा स्वजनों के लिए स्वस्थ व दीर्घायु जीवन के लिए प्रार्थना की। -- लक्ष्मीपुर : प्रखंड में लोक आस्था का महापर्व धूमधाम व नेम-निष्ठा के साथ शांतिपूर्वक मनाया गया। विभिन्न गांवों में स्थित तालाब व नदी के किनारे स्थानीय ग्रामीणों द्वारा छठ घाट का निर्माण कराया गया और सड़क से लेकर घाट तक की साफ-सफाई की गई। नवयुवकों द्वारा रंग-विरंगी रोशनी से घाटों को दुल्हन की तरह सजाया गया। विभिन्न घाटों पर अस्ताचलगामी व उदीयमान सूर्य को छठव्रतियों ने अर्घ्य देकर मन्नतें पूरी करने की कामना की। काला, मटिया, जिनहरा व लक्ष्मीपुर में स्थानीय पूजा कमेटियों द्वारा भगवान भास्कर की प्रतिमा स्थापित कर पूजा-अर्चना की गई। -- सिकंदरा : चार दिवसीय लोक आस्था का महापर्व के अंतिम दिन गुरुवार को व्रतियों द्वारा उदीयमान सूर्य को अर्घ्य अर्पित करने के साथ प्रखंड में छठ पर्व शांति व हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ। सिकंदरा स्थित शिवनाथी पोखर छठ घाट तथा महादेव सिमरिया स्थित छठ घाट, मां नेतुला मंदिर कुमार स्थित छठ घाट के अलावा दर्जनों घाटों पर बड़ी संख्या में छठव्रती व श्रद्धालुओं ने उगते सूर्य को अर्घ्य देकर नमन करते हुए शांति व अमन चैन की कामना की। आस्था के इस महापर्व के अवसर पर छठ व्रतियों व श्रद्धालुओं के सैलाब से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया। थानाध्यक्ष जितेंद्रदेव दीपक ने उदीयमान सूर्य को दूध व जल अर्पित कर भगवान भास्कर को नमन करते हुए क्षेत्र में शांति व अमन-चैन की दुआ मांगी। सुरक्षा-व्यवस्था को लेकर चाक-चौबंद व्यवस्था की गई थी।
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झाझा : महापर्व छठ गुरुवार को प्रखंड में शांतिपूर्वक संपन्न हो गया। प्रखंड के दर्जनों घाटों पर भक्तों ने डूबते एवं उगते सूर्य को अर्घ्य देकर अपने कष्ट को हरने एवं मन्नतें पूरी करने की कामना की। महापर्व में हर वर्ग के लोग आस्था में डूबा रहे। पुलिस-प्रशासन द्वारा प्रत्येक घाटों की निगरानी की जा रही थी। साथ ही गश्ती दल भी लगातार सड़क पर नजर बनाए हुई थी। शहर के दो जगहों पर भगवान भास्कर एवं छठ मईया की प्रतिमा स्थापित की गई थी। इसके अलावा प्रखंड के शैर, पांडेयडीह, धमना, रजला आदि कई जगहों पर भगवान भास्कर एवं छठ मईया की प्रतिमा स्थापित कर पूजा-अर्चना की गई। गणेशी मंदिर घाट एवं धोबी घाट पर मेला का नजारा रहा। प्रत्येक घाट पर दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी की तैनाती थी।