Move to Jagran APP

वाहन चालकों की मनमानी, यात्रियों की जेब पर भारी

जहानाबाद।कोरोनाकाल में बढ़ा किराया आज भी यात्रियों से वसूला जा रहा है। इससे यात्रियों के जेब पर अतिरिक्त बोझ बढ़ गया है। इसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 06 Sep 2021 11:36 PM (IST)Updated: Mon, 06 Sep 2021 11:36 PM (IST)
वाहन चालकों की मनमानी, यात्रियों की जेब पर भारी
वाहन चालकों की मनमानी, यात्रियों की जेब पर भारी

जहानाबाद। जिले के काको प्रखंड मुख्यालय से जिला मुख्यालय के साथ-साथ दूसरे जिले व कस्बों के लिए छोटी गाड़ियां एवं टेंपो प्रतिदिन बड़ी संख्या में खुलती है। इन वाहनों के चालकों की मनमानी काफी बढ़ गई है। कोरोनाकाल में बढ़ा किराया आज भी यात्रियों से वसूला जा रहा है। इससे यात्रियों के जेब पर अतिरिक्त बोझ बढ़ गया है। इसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है।

loksabha election banner

वहीं आटो से लेकर बसों व अन्य वाहनों में यात्रियों को ठूंस-ठूंस कर बैठाया जाता है। आटो में जहां आगे एक और पीछे तीन यात्रियों के बैठने की अनुमति है, वहीं चालक आगे तीन और पीछे चार यात्रियों को ठूंस-ठूंस कर बैठाते हैं। यदि किसी यात्री ने विरोध किया तो उसे वाहन से उतार दिया जाता है या फिर गाली- गलौज और मारपीट कर वाहन चालक उतार देते हैं। पूर्व में जहानाबाद का किराया आठ रुपये लगता था जो आज 15 रुपये हो चूका है। जहानाबाद की दूरी महज आठ किलोमीटर ही हैं। काको से बरांवा का किराया पहले पांच रुपये लगता था अब 10 रुपये हो गया है। काको से पांच किमी दूर पाली का किराया कमांडर तथा टेम्पो का भाड़ा छह रुपये था अब 15 रुपये वसूला जाता है। जिला मुख्यालय से संचालित होकर नालंदा की ओर जाने वाली बसों के किरायों में भी काफी वृद्धि हुई है। काको से एकंगरसराय का किराया 35 रुपये है जो कि पूर्व में 15 रुपये था। बीच रास्ते में उतरने पर भी कम से कम 10 रुपये वसूला जाता है।

कुल मिलकर प्रति किलोमीटर दो से पांच रुपये तक यात्री वाहन के किराये में वृद्धि की गई है, जो की विभाग द्वारा तय किये गए किराये की तुलना में कहीं अधिक है। क्या कहते हैं यात्री

जब मर्जी आता है किराया बढ़ा दिया जाता है। स्थानीय प्रशासन इस पर रोकथाम के लिए कोई उपाय नहीं करती है। जिस कारण हमलोगों को वाहन मालिकों द्वारा निर्धारित किराया देना पड़ता है।

-शकीला खातून फोटो-21

मनमाना किराया न देने पर और सवाल पूछने पर चालक द्वारा वाहन से उतार दिया जाता है या फिर दु‌र्व्यवहार किया जाता है इसलिए विरोध करना बेकार है। सुजीत कुमार

फोटो -22 ठूंस-ठूंस कर यात्रियों को बैठाया जाता है जबकि किराया दोगुना लिया जाता है। कोरोना को लेकर गाइडलाइन तो है लेकिन इसका पालन कराते कोई नहीं दिखता है।

-आमिर र•ा फोटो-23 क्या कहते हैं बीडीओ

किराया की बढ़ोतरी के बारे में मुझे पता नहीं है। अभी पंचायत चुनाव में व्यस्त है। सरकार द्वारा निर्धारित किराया से अधिक वसूलने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

- संजीव कुमार, बीडीओ


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.