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तब तत्कालीन डीएम ने की थी रेलवे अंडरपास पर ओवरब्रिज निर्माण की अनुशंसा

जहानाबाद शहर के राजा बाजार रेलवे अंडरपास की समस्या काफी पुरानी है। इसे लेकर लगातार

By JagranEdited By: Published: Sat, 22 Jan 2022 11:56 PM (IST)Updated: Sat, 22 Jan 2022 11:56 PM (IST)
तब तत्कालीन डीएम ने की थी रेलवे अंडरपास पर ओवरब्रिज निर्माण की अनुशंसा
तब तत्कालीन डीएम ने की थी रेलवे अंडरपास पर ओवरब्रिज निर्माण की अनुशंसा

जहानाबाद: शहर के राजा बाजार रेलवे अंडरपास की समस्या काफी पुरानी है। इसे लेकर लगातार लोग परेशान होते रहे हैं, वहीं प्रशासनिक महकमे द्वारा समस्या के निदान के नाम पर पुराने अंडरपास से सटे एक और नया अंडरपास बनाकर खानापूर्ति कर दी गई है। फिलहाल नए अंडरपास से बड़े वाहन तो किसी तरह पार हो जा रहे हैं, लेकिन छोटे वाहनों का गुजारना मुश्किल है। इस हालात में अंडर पास से होकर गुजरने वाले हमेशा परेशान रहते हैं। कभी प्रशासनिक अधिकारियों को कोसते हैं, तो कभी शहर की पुरानी समस्या को लेकर नाराजगी जाहिर करते हैं। दरअसल इस समस्या के निजात के लिए रेलवे और एनएच दोनों को गंभीर होना होगा। जिस तरह से अंडरपास की बनावट और रेलवे लाइन गुजरती है उससे इसका स्थाई निदान का एकमात्र रास्ता ओवरब्रिज नजर आता है। हालांकि ओवरब्रिज का निर्माण कराना यहां इतना आसान कार्य भी नहीं है। कई बार ओवरब्रिज के निर्माण को लेकर शहर में चर्चाएं भी जोर-शुरू से होते रही है, लेकिन निदान की दिशा में अब तक जमीनी स्तर पर कोई कार्य नहीं हो सके। हालांकि पिछले साल तत्कालीन जिलाधिकारी नवीन कुमार द्वारा ओवरब्रिज निर्माण को लेकर अधिकारियों से अनुशंसा भी की गई थी। ओवरब्रिज की रूपरेखा का निर्धारण भी मौखिक रूप से हो हुआ था, लेकिन वर्तमान हालात में फिलहाल ओवरब्रिज का निर्माण दूर की कौड़ी नजर आ रहा है।

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ओवरब्रिज का हुआ निर्माण तो टूट जाएंगे कई मकान

ओवरब्रिज के निर्माण की प्रक्रिया यदि प्रारंभ होती है,तो किसके जद में इस इलाके की कई बड़े इमारत आ सकते हैं। व्यापक पैमाने पर निर्माण कार्यों को ध्वस्त कर यहां ओवरब्रिज का निर्माण संभव है। ऐसे में इसे लेकर तरह-तरह की संभावनाएं तलाशी जा रही है। फिलहाल जहानाबाद शहर से दूर बाईपास का निर्माण भी चल रहा है, लोगों को यह भी उम्मीदें हैं की बाइपास के निर्माण होने पर इस अंडरपास से गाड़ियों का बोझ कम जाएगा और जाम की समस्या स्वत: समाप्त हो जाएगी। फिलहाल लोग उम्मीदों के सहारे इस समस्या को झेल रहे हैं। जिस तरह बरसात के दिनों में झील में तब्दील अंडरपास से गाड़ियों का परिचालन ठप होता है, उससे निजात की चाहत सभी को है, लेकिन निकट भविष्य में संभावनाएं नजर नहीं आ रही है।

सुनें शहर वासियों की

जब से होश संभाले हैं इस समस्या से जुझ रहे हैं। कई सरकारें बदली, विकास के कई कार्य भी हुए, लेकिन अंडरपास की स्थिति में कोई बदलाव नहीं हुआ। जब नया अंडरपास का निर्माण हो रहा था, तब हम लोगों को लगा था कि अब यहां से आना-जाना आसान हो जाएगा, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हो सका। शहर के विकास के लिए इस अंडरपास की बदहाली दूर होना चाहिए। हम लोग सरकार से इस समस्या के निराकरण की मांग लंबे समय से कर रहे हैं। ओवरब्रिज का निर्माण जरूरी हो गया है, तभी इसका सही तरीके से निराकरण होगा।

मनोज कुमार चंद्रवंशी

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राजाबाजार आने- जाने का हिम्मत नहीं करता है। पैदल चलना भी मुश्किल है। अंडरपास के किनारे पैदल पथ भी जगह-जगह टूटने लगे हैं। इस समस्या को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों को गंभीरता से सोचना चाहिए। यह एक बड़ी जनसमस्या है जिसका निराकरण जरूरी हो गया है। इसे लेकर सिर्फ बयानबाजी हो रही है , जिससे लोगों को कल्याण संभव नहीं है।

सहेंद्र कुमार

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जहानाबाद तथा अरवल दो जिलों को जोड़ने वाले एनएच 110 इस अंडरपास से होकर गुजरती है। काफी संकीर्ण रास्ता होने के कारण

यहां हमेशा जाम लगा रहता है। इस स्थान पर जाम लगने के कारण अरवल मोड़ से दरधा नदी पुल और फिदा हुसैन मोड़ तक आवागमन अस्त-व्यस्त हो जाता है। कई बार तो हम लोगों के बच्चे स्कूल से घर आने में जाम में ही घंटों फंसे रहते हैं। संबंधित अधिकारियों को इस दिशा में गंभीरता से सोचना चाहिए। जिस तरह अन्य शहरों में ओवरब्रिज बनाए गए हैं यहां भी इस दिशा में कार्य होना चाहिए।

धर्मेंद्र कुमार

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