अपने गांव के लाल की वीरता पर गर्व कर रहे नवगढ़ के लोग
जहानाबाद। जज्बे को सलाम करते हुए आज मखदुमपुर प्रखंड के नवगढ़ गांव के निवासी फूले नहीं समा रहे हैं। खुश हों भी तो क्यों नहीं।
जहानाबाद। जज्बे को सलाम करते हुए आज मखदुमपुर प्रखंड के नवगढ़ गांव के निवासी फूले नहीं समा रहे हैं। खुश हों भी तो क्यों नहीं। आलम ही कुछ ऐसा है। इस गांव की गलियों में खेलकूद कर बड़ा होने वाला जवान नक्सलियों से दो-दो हाथ करते हुए जीत का परचम इस कदर फहराया कि उसे महामहिम राष्ट्रपति तथा मुख्यमंत्री द्वारा वीरता का पुरस्कार प्रदान किया गया।हर कोई अपने गांव के सुबोध पर गर्व महसूस कर रहा है। बताते चले कि किसान घर में जन्मे सुबोध झारखंड पुलिस की नौकरी 14 साल पहले ज्वा¨नग किया था। उस समय लोगों को आम पुलिस कर्मियों की तरह भी इसके प्रति भी नजरिया थी लेकिन सुबोध कुमार ने अपने जज्बे का परिचय देते हुए घनघोर जंगल में नक्सलियों से मुठभेड़ के दौरान इनामी नक्सली को ढेर कर दिया। उसने अदंभ साहस का परिचय देते हुए नापाक इरादे वाले नक्सलियों पर जो करारा प्रहार किया उसकी गूंज रांची से लेकर दिल्ली तक पहुंच गई। परिणामस्वरुप
पहले जहां उसे राज्य के मुख्यमंत्री के द्वारा पुरस्कृत किया गया। फिर राष्ट्रपति ने भी उसे वीरता के पुरस्कार से सम्मानित किया। गांव वासियों के लिए यह सम्मान वर्षों तक याद रहेगा। सुबोध बताता है कि कर्त्तव्य के रास्ते पर चलते हुए नक्सलियों की नापाक इरादों से लोगों की रक्षा करना था। पुलिस महकमे में जो जिम्मेदारी मुझे दी गई थी उसका निर्वहन किया। ईमानदारी से अपने कार्यों के निर्वहन के दौरान कभी भी साहस का साथ नहीं छोड़ा जिसके कारण ही यह उपलब्धि हासिल हो सकी है।