सामने से आ रही चलती ट्रेन का भी यहां नहीं होता असर, जान जाए तो जाए
जहानाबाद में रेलयात्री जान बूझकर अपनी जान को जोखिम में डालकर आ रही ट्रेन को देखकर भी रेल ट्रैक पार करते हैं। वहीं कुछ युवक खतरनाक तरीके से ट्रेनों के पायदान पर स्टंट करते हैं।
जहानाबाद [जेएनएन]। पटना-गया रेलखंड के जहानाबाद स्टेशन पर यात्रियों द्वारा नियमों को ताक पर रख जान जोखिम में डाला जा रहा है। रेलवे ट्रैक पार करने के लिए ओवर ब्रिज के सहारा लेने के बजाय यात्री ट्रैक पार कर एक प्लेटफार्म से दूसरे प्लेटफार्म पर आते जाते रहते हैं। जिससे कई बार दुर्घटनाएं भी हो चुकी है। लेकिन यात्रियों द्वारा यह लापरवाही जारी है।
हद तो तब हो जाती है जब दोनों प्लेटफार्म पर ट्रेनों के आने के सिग्नल होने के बावजूद भी यात्री रेलवे ट्रैक पार कर ही ट्रेन पकडऩे के लिए एक प्लेटफार्म से दूसरे प्लेटफार्म पर पहुंचते हैं।
अपने साथ भारी भरकम सामान के साथ ट्रैक पार करना और भी खतरनाक होता है। लेकिन जान जोखिम में डालने की अपनी आदतों से लोग बाज नहीं आ रहे हैं। वहीं युवाओं को खतरनाक तरीके से ट्रेनों के पायदान पर स्टंट करते हुए प्राय: ही देखा जाता है। हालांकि रेलवे प्रशासन समय-समय पर इन लोगों पर कार्रवाई भी करती है। लेकिन इस कार्रवाई का स्थायी प्रभाव नहीं दिखता है।
रेल प्रशासन के लोग भी यह मानते हैं कि रेल ट्रैक पार करने वाले यात्रियों को कई बार समझाया गया। उनलोगों को यह बताया गया कि आपलोगों को आने-जाने के लिए ओवरब्रिज भी है। बावजूद वे लोग नियम का पालन नहीं करते।
हालांकि प्लेटफॉर्म संख्या तीन को पार करने के लिए ओवरब्रिज नहीं रहने के कारण स्टेशन से पश्चिम की ओर जाने वाले लोगों को रेल ट्रैक पार करने की मजबूरी हो जाती है। खासकर सत्येंद्र नारायण सिन्हा महाविद्यालय में पढऩे जाने वाले छात्र-छात्राओं को ट्रैक पार कर ही कॉलेज जाना पड़ता है।