सहवाजपुर पइन की सूरत बदलने में जुटे श्रमदानी
जहानाबाद। जल संरक्षण के लिए दैनिक जागरण के अभियान से प्रेरित होकर आहर पइन को पुराने स्वरूप में लाने के लिए श्रमदान का कारवां बढ़ता जा रहा है।
जहानाबाद। जल संरक्षण के लिए दैनिक जागरण के अभियान से प्रेरित होकर आहर पइन को पुराने स्वरूप में लाने के लिए श्रमदान का कारवां बढ़ता जा रहा है। आहर पइन बचाओ अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह संयोजक एमपी सिन्हा द्वारा पुराने जलस्रोतों को पुराने स्वरूप में लाने के लिए श्रमदान का अड़ा अभियान शुरू किया है।
मंगलवार को प्रखंड क्षेत्र के गंधार पंचायत के सहवाजपुर पइन के जीर्णोद्धार में श्रमदानी कुदाल और टोकड़ी के साथ डटे रहे। मंगलवार को दूसरे दिन भी 50-50 श्रमदानियों का दल वर्षों से जमे गाद की सफाई किया। फल्गु नदी से गंधार पंचायत तक किसानों से भूमिदान और श्रमदान से आहर का सृजनकर्ता की याद में यह अभियान जल दिवस पर सोमवार को शुरू किया गया था। सन् 1962 में खोदे गए गंधार पंचायत के आधा दर्जन पइनों की जीर्णोद्धार की मुहिम छेड़ रखी है। जिसके तहत सहवाजपुर पइन के जीर्णोद्धार में लगे अभियान समिति के उदय कुमार ने बताया कि पहले से ही श्रमदानियों की टीम गठित कर ली गई थी। बड़ी संख्या में महिला पुलिस स्वेच्छा से इस कार्य में जुटे है। एक शिफ्ट में 50 श्रमदानियों द्वारा जीर्णोद्धार का कार्य किया जा रहा है। गंधार पंचायत के सभी पइनों की उड़ाही के साथ-साथ अन्य जलस्त्रोतों के जीर्णोद्धार के लिए श्रमदानियों के सहयोग से कार्य किए जाएंगे। बताते चले कि दैनिक जागरण द्वारा संचालित अभियान सहेज लो हर बूंद के तहत पुराने जल स्रोतों की सुधी ली जा रही है। अभियान के पहले ही 1962 में तत्कालीन मुखिया केशरीनंदन पहल पर श्रमदान से खोदे गए आधा दर्जन पइनों की पड़ताल की गई थी। अब इन पइनों की दशा बदलने की मुहिम में आहर पइन बचाओ समिति के लोग जुट गए हैं। गोमाम प्रथा को फिर से प्रचलन में लाया गया है।