ससमय करते रहें निरीक्षण ताकि समय पर पूरा हो काम
जहानाबाद। व्यवहार न्यायालय के जिला एवं सत्र न्यायाधीश के कार्यालय कक्ष में गुरूवार को जिला विधिक अनु
जहानाबाद। व्यवहार न्यायालय के जिला एवं सत्र न्यायाधीश के कार्यालय कक्ष में गुरूवार को जिला विधिक अनुश्रवण समिति की बैठक जिला एवं सत्र न्यायाधीश चंद्रप्रकाश ¨सह की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई।
बैठक में अरवल के भवन निर्माण के अभियंता ने बताया कि नवनिर्मित न्यायालय एवं न्यायाधीशों का आवास दिसम्बर तक न्यायालय को सौंप दिए जाएंगे। जिला जज ने अरवल के जिलाधिकारी को कहा कि समय-समय पर इसका निरीक्षण करते रहें ताकि समय पर कार्य संपन्न हो सके। बैठक में जहानाबाद न्यायालय की चाहरदीवारी के तार काटे जाने की बात सामने आई । अनुश्रवण समिति के सचिव सबजज प्रथम सुधीर सिन्हा ने बताया कि बैठक में पुराने मामलों के निष्पादन के लिए जिला अभिलेखागार को न्यायालय से संपर्क रखने के साथ ही जुबनाईल मामलों में हर हाल में तीन महीने के अंदर आरोप पत्र पुलिस को सौंपने का निर्देश दिया गया। नहीं तो इसका सीधा लाभ जुबनाईल मामले में पकड़े गये बंदियों को मिलने की बात बताई गई।
उनके अनुसार बैठक में बिजली विभाग, कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद को बैठक में नहीं रहने को लेकर जिलाधिकारी ने बताया कि इन लोगों से स्पष्टीकरण पुछा जाएगा, कि किस परिस्थिति में बैठक से अनुपस्थित रहे। बैठक में लोक अभियोजक सुरेन्द्र प्रसाद ¨सह ने सवाल उठाया कि जख्म प्रतिवेदन स्पष्ट नहीं रहने तथा अपठनीय होने के कारण न्यायालय प्रक्रिया बाधित होती है। बैठक में सिविल सर्जन को निर्देश दिया गया कि जख्म प्रतिवेदन पर चिकित्सक द्वारा अपना पूरा हस्ताक्षर करने के साथ मोबाईल नंबर अंकित करें, ताकि प्रतिवेदन स्पष्ट नहीं होने की स्थिति में उनसे संपर्क किया जा सके। बैठक में जहानाबाद के डीएम आलोक रंजन घोष, पुलिस अधीक्षक मनीष , अरवल जिलाध्ेिाकारी सतीश कुमार ¨सह, पुलिस अधीक्षक उमाशंकर प्रसाद, वरीय उपसमाहर्ता इष्टदेव महादेव, अध्यक्ष जिला विधिक संघ रामाश्रय शर्मा, सचिव शारदानंद कुमार, लोक अभियोजक सुरेन्द्र प्रसाद ¨सह, सरकारी अधिवक्ता सच्चितानंद सिन्हा, विशेष लोक अभियोजक संजय कुमार, सिविल सर्जन डॉ विजय कुमार, विधिक सेवा प्राधिकार के सदस्य संतोष श्रीवास्तव के अलावा अनुश्रवण समिति के सचिव सबजज प्रथम सुधीर सिन्हा, विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव सबजज प्रथम राकेश कुमार रजक, एसडीजेएम मुकेश कुमार मिश्रा तथा प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी -सह- जुबेनाईल बोर्ड के प्रधान न्यायाधीश उमेश प्रसाद उपस्थित थे।