निर्दोष फंसे नहीं व दोषी बचे नहीं, पुलिस इसका रखे ख्याल: विधायक
जहानाबाद नेहालपुर में सड़क जाम करने के दौरान मची भगदड़ में महिला हवलदार कांति देवी की मौत पर विधायकों ने दुख जताया है। तीन विधायकों ने सरता गांव का भ्रमण करने के बाद पुलिस प्रशासन से मांग की है कि निर्दोष फंसे नहीं और दोषी को बचना नहीं चाहिए।
जहानाबाद: रतनी फरीदपुर प्रखंड के नेहालपुर में सड़क जाम करने के दौरान मची भगदड़ में महिला हवलदार कांति देवी की मौत पर विधायकों ने दुख जताया है। तीन विधायकों ने सरता गांव का भ्रमण करने के बाद पुलिस प्रशासन से मांग की है कि निर्दोष फंसे नहीं और दोषी बचे नहीं। सरता गांव के भ्रमण के उपरांत परिसदन में पत्रकारों से बातचीत में अरवल विधायक महानंद सिंह, घोसी रामबली प्रसाद एवं स्थानीय विधायक कुमार कृष्ण मोहन उर्फ सुदय यादव ने संयुक्त रूप से कहीं।
विधायकों ने कहा कि यदि पुलिस पीड़ित के स्वजन के सवालों का जवाब सटीक एवं प्रमाणिक तरीके से दे दी तो फिर घटना नहीं होती। पुलिसिया कार्रवाई के उपरांत ही लोग उग्र हुए थे। उन्होंने कहा कि लोग लोकतांत्रिक तरीके से प्रदर्शन कर रहे थे। नेहालपुर बाजार में एक भी दुकान क्षतिग्रस्त नहीं की गई थी। पुलिस की बर्बरता के कारण ही लोग आक्रोशित हो गए। महिला हवलदार की मौत पुलिस की गाड़ी से हुई। वाहन चालक को चिन्हित कर कठोर कार्रवाई करते हुए आश्रितों को 50 लाख जबकि गोविद मांझी की पत्नी को 25 लाख रुपये मुआवजा देने की मांग की। विधायकों ने कहा कि जिस तरह पुलिस रातभर लोगों के घर के दरवाजे तोड़कर अनाज को एक साथ मिला दिया गया है यह अत्यंत दुखद है। इतना ही नहीं निर्दोष लोगों को गिरफ्तार कर बेरहमी से पिटाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि यदि लोगों का उत्पीड़न नहीं बंद हुआ तो हमलोग सड़क से लेकर सदन तक पुलिसिया कार्रवाई के विरुद्ध आवाज उठाएंगे। पुलिस की डर से गोविद मांझी की पत्नी भी घर से भागी फिर रही है। पूरे गांव में सन्नाटा छाया हुआ है। विधायकों ने घर-घर जाकर लोगों से गांव में रहने की अपील की। इस मौके पर कांग्रेस अध्यक्ष हरिनारायण द्विवेदी, राजद महासचिव परमहंस राय, डा. शशिरंजन, नागेंद्र मेहता सहित अन्य लोग उपस्थित थे।