पुलिस हुई सख्त तो सड़क पर छा गई विरानगी
जहानाबाद। लॉकडउन को सख्ती से अनुपालन को लेकर जिला से लेकर प्रखंड मुख्यालयों में वरीय अधिकारी भ्रमण कर जायजा लेते देखे गए। अनुमंडल पदाधिकारी निखिल धनराज निप्पणीकार तथा एसडीपीओ अशोक कुमार पांडेय ने घोसी काको सहित कई प्रखंड मुख्यालय का भ्रमण किया। नियम तोड़ने वालों के खिलाफ सख्ती से पेश आए।
जहानाबाद। लॉकडउन को सख्ती से अनुपालन को लेकर जिला से लेकर प्रखंड मुख्यालयों में वरीय अधिकारी भ्रमण कर जायजा लेते देखे गए। अनुमंडल पदाधिकारी निखिल धनराज निप्पणीकार तथा एसडीपीओ अशोक कुमार पांडेय ने घोसी, काको सहित कई प्रखंड मुख्यालय का भ्रमण किया। नियम तोड़ने वालों के खिलाफ सख्ती से पेश आए। वहीं जिला मुख्यालया में प्रत्येक मोड़ पर पुलिस तैनात रहती है। बाहर निकलने का वाजिब कारण बताना होगा। बहानेबाजी नहीं चलेगी, बेवजह सड़क की ओर गए तो पुलिस की लाठियां खानी पड़ेगी। पुलिस द्वारा सख्ती बरते जाने के कारण सड़क पर सन्नाटा छाई रही। बेवजह घर से बाहर निकलने पर पुलिस का कोप भाजन बनना पड़ रहा है। इस स्थिति में जब संक्रमण का प्रकोप हर ओर तेजी से फैल रहा है। लोगों को घरों में हीं कैद रहने की सलाह दी जा रही है। लेकिन इसके बावजूद भी कई ऐसे लोग हैं जो अपने मनमानी करने से बाज नहीं आ रहे हैं। हालांकि वैसे लापरवाह लोगों को पुलिस इन दिनों खूब खैर ले रही है। लेकिन इस हालत में भी मनमानी करने वाले लोग खुद तो परेशानी हो हीं सकते हैं, दूसरों के लिए भी समस्या पैदा कर सकते हैं।
दवा की पर्ची दिखा पुलिस को चकमा देने की कोशिश नहीं चल रहा बहानेबाजी
घर में कैद रहना किसी को भी पसंद नहीं है। लेकिन समय की नजाकत
यही है कि बिना जरूरत घर से बाहर नहीं निकलें। इससे अपने आप के साथ-साथ पूरे परिवार को संक्रमण की चपेट में ला सकते हैं। लेकिन समाज में नासमझों की कोई कमी नहीं है। ऐसे लोग तरह-तरह के बहाने बाजी कर पुलिस को चकमा देने की भी कोशिश कर रहे हैं। कई लोग अपने पैकेट में दवा की पुरानी पर्ची के साथ-साथ कुछ दवाइयां भी रख रहें हैं। ताकि पुलिस को चकमा देने में सफल हो सकें। लेकिन पुलिसकर्मियों की नजरें भी जरूरतमंद को पहचानने में देर नहीं कर रही है। जो वास्तविक जरूरतमंद है और घर से बाहर निकलने की मजबूरी है तो उन्हें तो छोड़ दिया जा रहा है। लेकिन बहाना बनाने वाले लोगों को फ्रॉग डांस के साथ-साथ अन्य कई प्रकार के दंड भी दिए जा रहे हैं। लोगों को इसकी समझ नहीं है कि बहाने से पुलिस से तो बच सकते हैं लेकिन संक्रमण इस तरह उस के माध्यम से घर तक पहुंच सकता है, जो परिवार और समाज के अन्य लोगों को भी प्रभावित कर सकता है।