जहानाबाद में सुबह के चार घंटे सेहत पर पड़ रहे भारी
संक्रमण काल में सुबह के चार घंटे सेहत पर भारी पड़ते दिख रहे हैं।
संवाद सहयोगी, मखदुमपुर जहानाबाद। संक्रमण काल में सुबह के चार घंटे सेहत पर भारी पड़ते दिख रहे हैं। सेहत बनाने की उम्मीद में कोरोना संक्रमण के फैलाव को आमंत्रण देती तस्वीरें यहां के बाजार में उभर रही है। जो बेचैन करने वाली है।
सुबह के इन कुछ घंटों में वह सब देखने को मिल रहा, जो कोरोना के फैलाव को रोकने की बजाए उसके विस्तार को आमंत्रण देता है। बाजारों में ना तो शारीरिक दूरी का ही पालन होता नजर आता है नहीं मास्क का उपयोग करते लोग। कुछ को छोड़कर। भीड़ ऐसी जुटती है मानों मेला लगा हो। संक्रमण के इस दौर में थोड़ी सी असावधानी बड़ी बीमारी को घरों में वेलकम करने जैसा है। जिसका परिणाम क्या होगा, यह जगजाहिर है। बावजूद एक बड़ी आबादी है जो लॉकडाउन के नियमों को पालन नही कर रही हैं। जिसका गंभीर परिणाम भुगतना पड़ सकता है। दरअसल कोरोना को रोकने के लिए लॉकडाउन लगाया गया है। जिसके तहत लोगों को कुछ रियातें भी दी गयी है। जरूरी सामानों की खरीद के लिए सुबह में कुछ घंटों की ढील दी गई है। ताकि लोग अपने निकट के बाजारों से सब्जी समेत रोजमर्रा के अन्य सामान की खरीद कर सकें। लेकिन इसके लिए हर किसी को शारीरिक दूरी का पालन करना और मास्क पहनना अनिवार्य किया गया है। इसके पीछे कारण यही कि किसी आमलोगों को जीविका चलाने में दिक्कत न हो। मगर लोग हैं कि अपने ही हिसाब से चल रहे हैं। सुबह में जब बाजार खुलता है तब एकबारगी भीड़ सी उमड़ पड़ती है। कुछ लोग तो मास्क में नजर आते है मगर कई सारे लोग बिना मास्क के ही खरीददारी करते नजर आते हैं। दो गज दूरी ,सिमट जाती है। यह वो समय होता है जब संक्रमण का खतरा बना रहता है। अनजाने में ही अगर कोई एक पॉजिटीव व्यक्ति बाजार में आ गया तो इसका फैलाव कई घरों तक पहूंच सकता है। हालांकि प्रशासन सख्ती से लॉकडाउन का पालन कराने में जगा है। मगर जिनके लिए लॉकडाउन लगाया गया है शायद उन्हें ही इसकी परवाह नही है। तभी तो सुबह के तीन घंटे ऐसे गुजरते है मानों लगता ही नहीं कि कोरोना से हमलोग बड़ी लड़ाई लड़ रहे हैं और इसका संक्रमण ज्यादा न फैले इसके लिए लॉकडाउन लगाया गया है।