जहानाबाद में माडल रेलवे स्टेशन के इंतजार में बीत गए आठ साल
जागरण संवाददाता जहानाबाद। किसी शहर के रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड उसकी सौंदर्यता का बड़ा पैमाना होता है। इस पैमाने पर जहानाबाद शहर काफी पिछड़ा प्रतीत होता है। शहर के रेलवे स्टेशन सामान्य यात्री सुविधा के अभाव का दंश झेल रहा है।
जागरण संवाददाता, जहानाबाद। किसी शहर के रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड उसकी सौंदर्यता का बड़ा पैमाना होता है। इस पैमाने पर जहानाबाद शहर काफी पिछड़ा प्रतीत होता है। शहर के रेलवे स्टेशन सामान्य यात्री सुविधा के अभाव का दंश झेल रहा है। हालांकि वर्ष 2014 में इसे माडल बनाने की घोषणा केंद्रीय बजट में की गई थी। बजट में कई स्टेशनों को माडल बनाने की चर्चा हुई थी। जिसमें जहानाबाद भी प्रमुख रूप से शामिल था। इस दिशा में फिलहाल कोई कार्य नहीं हो सका। हालात यह है कि स्टेशन परिसर में अवैध तरीके से ऑटो स्टैंड बन गया है। परिसर में एक सार्वजनिक शौचालय भी उपलब्ध है लेकिन इसमें भी साफ सफाई का घोर अभाव है। प्लेटफार्म संख्या दो पर बनाए गए महिला- पुरुष यात्रियों के लिए अलग-अलग शौचालय की सुविधा है। लेकिन साफ सफाई के अभाव के कारण यह उपयोग लायक नहीं रह गया है। रेलवे द्वारा परिसर से अतिक्रमण कर संचालित दुकानों को हटाया तो जरूर गया है लेकिन आटो चालकों की मनमानी आज भी जारी है। स्टेशन परिसर में लगाए गए भव्य तिरंगा इसकी खूबसूरती को जरूर बढ़ा रहा है लेकिन अन्य कवायत अभी तक अधर में ही लटका हुआ है। क्या था योजना माडल स्टेशन के तहत स्टेशन के सर्कुलेटिग एरिया को विकसित करना, रेस्ट रूम, वेटिग रूम,नहाने की सुविधा के साथ - साथ महिलाओं के लिए अलग से वेटिग रूम, कंप्यूटर आधारित अनाउंसमेंट, संकेतक, पे एंड यूज टायलेट, वाटर कूलर, प्लेटफार्म ऊंचे करना,एफओबी का निर्माण, सुर्कलेटिग एरिया में रैंप आदि का निर्माण कर स्टेशनों को विकसित किया जाना था। लेकिन मॉडल योजना के तहत इन योजनाओं में से किसी का संचालन अभी तक इस स्टेशन में नहीं हो सका है।