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नंबर बढ़ाने को कॉल आए तो करें शिकायत

जहानाबाद । बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के नाम पर कॉल कर अंक बढ़ाने का प्रलोभन में नहीं पड़ें।

By JagranEdited By: Published: Sun, 21 Mar 2021 10:45 PM (IST)Updated: Sun, 21 Mar 2021 10:45 PM (IST)
नंबर बढ़ाने को कॉल आए तो करें शिकायत

जहानाबाद । बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के नाम पर कॉल कर अंक बढ़ाने का प्रलोभन में नहीं पड़ें। उत्तरपुस्तिका में अंक बढ़ाने का कोई शॉर्टकट तरीका नहीं है। यदि कॉल करता है तो तुरंत शिकायत दर्ज कराएं ताकि कानूनी कार्रवाई की जा सके। शिक्षकों की कमी है लेकिन दूर करने का कार्य चल रहा है। जिला शिक्षा पदाधिकारी रामसागर सिंह ने दैनिक जागरण के साथ बातचीत में उक्त बातें कही। प्रस्तुत है बातचीत का प्रमुख अंश..।

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प्र.- नंबर बढ़ाने के लिए कई छात्र छात्राओं को फोन आ रहे हैं। इस पर आप क्या कहना चाहेंगे।

उ. - स्पष्ट कर दूं कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा उत्तर पुस्तिका के मूल्यांकन के आधार पर अंक दिए जाते हैं। नंबर बढ़ाने का कोई शॉर्टकट तरीका नहीं है। यदि कोई कॉल करता है तो इसकी सूचना थाने में दें ताकि कानूनी कार्रवाई हो।

प्र.- शिक्षा विभाग का प्रवेशोत्सव जहानाबाद में कितना सफल है?

उ.- प्रवेशोत्सव कार्यक्रम के तहत 32 हजार छात्र छात्राओं को विद्यालय से जोड़ा गया है। उपस्थिति बढ़ाने के उद्देश्य से प्रखंड स्तरीय टीमों का गठन किया गया है। नियमित उपस्थिति पंजी की रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेजना है।

प्र.- शिक्षकों की कमी दूर करने में क्या बाधा है?

उ.- 587 शिक्षकों की नियुक्ति होनी है। फिलहाल जो भी शिक्षक उपलब्ध हैं उनसे पठन-पाठन की व्यवस्था सुचारू रूप से संचालित की जा रही है। उच्च माध्यमिक विद्यालयों में अतिथि शिक्षकों का सहयोग लिया जा रहा है।

प्र.- उच्च विद्यालय के रूप में उत्क्रमित किए गए स्कूलों में स्तरीय पढ़ाई क्यों नहीं है?

उ. - यहां कुछ समस्याएं जरूर है। धीरे-धीरे व्यवस्था को ठीक किया जा रहा है। मध्य विद्यालय के वैसे शिक्षक जो उच्च शिक्षा प्राप्त हैं ,उन्हें शैक्षणिक कार्य में लगाया जा रहा है। आठ नवनिर्मित भवनों को विद्यालय को स्थानांतरित भी कर दिया गया है।

प्र. - कोरोना संक्रमण से प्रभावित शिक्षा व्यवस्था को पटरी पर लाने का क्या उपाय है?

उ. - कोरोना संक्रमण से पठन-पाठन के साथ-साथ, पोषण वाटिका, स्मार्ट क्लासेस जैसी कई महत्वाकांक्षी योजनाएं अवरूद्ध हुई थी। फिर से संचालित किया जा रहा है।

प्र.- शिक्षकों के गायब फोल्डर के मामले में अब तक क्या कार्रवाई हुई?

उ.- अभी भी एक हजार से अधिक शिक्षकों का फोल्डर नहीं मिल सका है। इसे लेकर प्रधान सचिव को भी मेरे स्तर से लिखा गया है। निगरानी विभाग द्वारा फिलहाल इस मामले की जांच की जा रही है।


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