मैट्रिक परीक्षा कल से, चप्पल पहनकर जाएं परीक्षा देने
मैट्रिक परीक्षा को लेकर जिला प्रशासन ने पूरी तैयारी की है। कदाचारमुक्त परीक्षा का निर्देश दिया गया है।
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-प्रश्न पत्र कक्ष के बाहर जाने पर दंडित किए जाएंगे केंद्राधीक्षक
-परीक्षा केंद्रों पर पर्याप्त संख्या में लगाए गए हैं सीसीटीवी कैमरा
-केंद्र के 200 मीटर के दायरे में धारा144 के तहत निषेधाज्ञा
जागरण संवाददाता, जहानाबाद :
जिले में बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा आयोजित वार्षिक माध्यमिक परीक्षा सोमवार से शुरू होगी। परीक्षार्थियों को चप्पल पहनकर केंद्र में प्रवेश करना होगा। जूता-मोजा पहनकर केंद्र में जाने पर प्रतिबंध रहेगा। यह जानकारी जिलाधिकारी नवीन कुमार ने शनिवार को मैट्रिक परीक्षा संचालन के लिए आयोजित बैठक में दी।
डीएम ने बताया कि स्वच्छ, शांति व कदाचारमुक्त संचालन केंद्राधीक्षक, वीक्षक और प्रतिनियुक्त दंडाधिकारियों की जिम्मेदारी सौंप दी गई है। डीएम ने सभी केन्द्राधीक्षकों को हर हाल में परीक्षा को कदाचारमुक्त वातावरण में सम्पन्न कराने का निर्देाश दिया। प्रशासन परीक्षा की पवित्रता को बनाये रखने के लिए जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाते हुए परीक्षा को स्वच्छ तरीके से संपन्न कराने को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली है। वार्षिक माध्यमिक परीक्षा 17 से 24 फरवरी तक दो पालियों में संचालित किए जाएगें। 15 परीक्षा केंद्रों में आठ छात्राओं तथा सात केन्द्र छात्र के लिए बनाए गए है। परीक्षा में कुल 19743 परीक्षार्थी भाग लेंगे। 13 परीक्षा केन्द्र मुख्यालय में तथा दो केन्द्र मखदुमपुर में बनाए गए हैं। वार्षिक माध्यमिक परीक्षा सख्त वातावरण में संचालित करने के लिए चार स्तरीय दण्डाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारी,पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की गई है। जिसमें सुपर जोनल दंधिकारी के रूप में दो उप विकास आयुक्त मुकुल कुमार गुप्ता एवं अपर समाहर्ता अरविद मंडल तथा पुलिस पदाधिकारी में अपर पुलिस अधीक्षक पंकज कुमार तथा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी प्रभात भूषण श्रीवास्तव की प्रतिनियुक्ति की गई है। जोनल दण्धाधिकारी के रूप में चार पदाधिकारियों यथा जिला पंचायत राज पदाधिकारी मो महफूज आलम, भूमि सुधार उप समाहर्ता शिबगतुल्लाह, वरीय उप समाहर्ता मालती कुमारी, धनन्जय त्रिपाठी की प्रतिनियुक्ति की गई है। साथ हीं पांच गस्ती दल दंडाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है। सभी परीक्षा केन्द्रों पर कुल 31 स्टैटिक दंडाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की गई है। डीएम ने स्टैटिक दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी तथा सशस्त्र बल अपने-अपने केन्द्रों पर सुबह आठ बजे तक अनिवार्य रूप से पहुंचने का निर्देश दिया है। सभी परीक्षा केन्द्रों तक प्रश्न पत्रों को सुरक्षित पहुंचाना गश्ती दंधिकारी की जिम्मेदारी होगी। किसी भी परिस्थिति में कोई प्रश्न-पत्र कक्ष के बाहर नहीं जाने पाये, इसे केंद्राधीक्षक, स्टैटिक दंडाधिकारी और पुलिस पदाधिकारी सुनिश्चित करेंगे तथा किसी भी प्रकार की गड़बड़ी के लिए केंद्राधीक्षक जिम्मेदार होंगे। परीक्षा के उपरान्त व्यवहृत उत्तर पुस्तिकाओं को केंद्राधीक्षक अथवा उनके द्वारा प्राधिकृत व्यक्ति को वाहन में साथ लेते जायेंगे तथा बज्रगृह में जमा कराना सुनिश्चित करेंगे। परीक्षा को सफलतापूर्वक संचालित करने के लिए नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गई है, जिसका दूरभाष संख्या- 06114 . 223013 है।
प्रत्येक परीक्षा केन्द्र पर परीक्षार्थीयों की सख्ती से फ्रेसकिग की जाए। मुख्य प्रवेश द्वार पर हीं परीक्षार्थीयों की अनिवार्य रूप से तलाशी कराना सुनिश्चित करेंगे ताकि परीक्षार्थी प्रवेश पत्र एवं परीक्षा के लिए अनुमति प्रदत कागजातों के अलावे अन्य कोई सामग्री परीक्षा भवन में नहीं ले जा सके। महिला परीक्षार्थियों की तलाशी महिला स्टैटिक दंडाधिारी, पुलिस, वीक्षक,महिला कर्मी द्वारा ही कराई जायेगी। इस के लिए केंद्राधीक्षक अलग से गेट के बगल में एक कमरा अथवा कपड़े से घेरकर अस्थायी छोटा सा घेरा तैयार कर जांच करें। सभी परीक्षा केन्द्र में पीए सेट की व्यवस्था करने का निर्देशदियाए। केंद्रों पर पर्याप्त रूप में सीसी टीवी कैमरा लगाने की व्यवस्था की जा रही है, ताकि परीक्षा संबंधी प्रत्येक गतिविधि का अधिक-से-अधिक कभरेज हो सके। परीक्षा हॉल के अंदर परीक्षार्थी किसी प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक उपकरण यथा मोबाईल फोन, ब्लू-टूथ, पेजर इत्यादि ले जाने की अनुमति नहीं रहेंगी। साथ हीं परीक्षा केन्द्र पर कोई भी वीक्षक मोबाईल फोन लेकर नहीं जायेंगे, इसका अनुपालन ²ढ़ता के साथ सुनिश्चित किया जाएगा। केन्द्रों पर 17 से 24 फरवरी तक पूर्वाह्न 08:00 बजे से अपराह्न 06:00 बजे तक निषेधाज्ञा लागू किया गया है। दंडाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि वे ससमय अपने-अपने परीक्षा केन्द्र पर उपस्थित हो जाए। पुलिस अपने-अपने परीक्षा केन्द्र के 200 मीटर की परिधि में विधि-व्यवस्था एवं जन शांति बनाये रखे, ताकि भीड़ को नियंत्रित एवं विनियमित किया जा सके। सभी केन्द्राधीक्षक परीक्षार्थियों पर ध्यान रखेंगे कि कोई भी परीक्षार्थी परीक्षा में जूता-मोजा पहनकर परीक्षा केन्द्र पर प्रवेश न करेंगे। डीएम ने परीक्षार्थियों एवं अभिभावको से वार्षिक माध्यमिक परीक्षा को शांतिपूर्ण एवं कदाचारमुक्त वातावरण में संचालन के लिए जिला प्रशासन को सहयोग करने की अपील की।