बैंक अधिकारियों की हड़ताल के कारण 40 करोड़ का कारोबार प्रभावित
जहानाबाद। आल इंडिया बैंक आफिसर्स कन्फेडरेशन के आह्वान पर बैंकों के अधिकारियों को हड़ताल पर चले जाने के कारण इस जिले में तकरीबन 40 करोड़ रुपए का कारोबार प्रभावित हुआ।
जहानाबाद। आल इंडिया बैंक आफिसर्स कन्फेडरेशन के आह्वान पर बैंकों के अधिकारियों को हड़ताल पर चले जाने के कारण इस जिले में तकरीबन 40 करोड़ रुपए का कारोबार प्रभावित हुआ। बैंक अधिकारियों की हड़ताल की घोषणा के कारण जिले के तीन मध्य बिहार ग्रामीण बैंक को छोड़ सभी बैंकों में ताले लटके रहे। जिन लोगों को इस हड़ताल की जानकारी नहीं थी वे लोग जमा निकासी के लिए तो बैंक आए लेकिन ताले लटके देख वापस लौटने को मजबूर हो गए। बैंक अधिकारियों के इस हड़ताल के कारण आम लोगों को घोर कठिनाईयों का सामना करना पड़ा। लोगों का कहना था कि 21 दिसंबर को तो अधिकारी हड़ताल पर रहे हीं 22 दिसंबर को अंतिम शनिवार होने के कारण बैंक बंद रहेंगे। 23 दिसंबर को भी रविवार को लेकर बैंक नहीं खुलेंगे। जिन लोगों को जरुरी कार्य से पैसे की निकासी करनी थी वे लोग वैरंग वापस लौट गए।एआईबीओसी के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य व मकरपुर पंचायत नेशनल बैंक के मैनेजर शंकर कुमार ने बताया कि इस हड़ताल में जिले के सभी बैंक अधिकारियों ने एकजुटता दिखाई है। उन्होंने बताया कि सिर्फ मध्य बिहार ग्रामीण बैंक की शाखा हुलासगंज,साहो बिगहा, तथा कुर्था बाजार में बैंक खुले और वहां कुछ कारोबार हुआ। शेष जगहों पर बैंक में ताले लटके रहे। उन्होंने कहा कि 11वें वेतन समझौते को लागू किए जाने , कोर व्यवसाय एवं एनपीए की वसूली में तेजी लाने, कारपोरेट घराने के कारण एनपीए का भार नहीं बढ़ाने, नई पेंशन नीति समाप्त कर पुरानी पेंशन नीति को लागू करने, बैंकों के विलय एवं क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के समायोजन पर रोक लगाने के साथ ही बैंक अधिकारियों पर हो रहे हमले एवं प्रहार जैसी घटनाओं पर रोक लगाने के लिए सुरक्षा का इंतजाम करने आदि मांगों को लेकर यह हड़ताल किया गया है। उन्होंने बताया कि कंफेडरेशन आफ सेंट्रल गर्वरमेंट गजटेट आफिर्सस आर्गेनाईजेशन ने भी बैंक कर्मियों की हड़ताल को नैतिक समर्थन दिया है।